बेलसोनिका : पदाधिकारियों के समर्थन में आये किसान संगठन, यूनियन ने किया भूख हड़ताल का ऐलान

बेलसोनिका यूनियन के तीन पदाधिकारियों के निलंबन पर आयोजित प्रदर्शनों का क्रांतिकारी किसान यूनियन के सदस्य डॉ दर्शन पाल ने (KKU) ने समर्थन किया है। इसके अलावा संयुक्त किसान मोर्चा ने भी यूनियन के निलंबित पदाधिकारियों को तत्काल बहाली की मांग करते हुए मज़दूरों के संघर्ष को समर्थन दिया है।

इन सभी गतिविधियों को देखते हुए और अपनी चार मांगों को लेकर बेलसोनिका मज़दूर यूनियन ने कल, 26 मार्च को गुड़गांव के लघु सचिवालय पर 8 घंटे की भूख हड़ताल का आयोजन किया है।

किसान यूनियन द्वारा जारी विज्ञप्ति से मिली जानकारी के मुताबिक दर्शन पाल का कहना है कि निलंबित किए गए सभी पदाधिकारियों को तत्काल नौकरी पर वापस लिया जाए। इसके अलावा कंपनी में जारी ठेका प्रथा को बंद किया जाए।

उनका कहना है कि क्रांतिकारी किसान यूनियन ने बेलसोनिका प्रबंधन के तानाशाही रवैये और मज़दूर विरोधी नीतियों के खिलाफ जारी मज़दूरों के संघर्ष का समर्थन करता है।

ये भी पढ़ें-

उल्लेखनीय है कि हरियाणा के मानेसर स्थित ऑटो पार्ट्स बनाने वाली बेलसोनिका कंपनी ने मज़दूर यूनियन के तीन पदाधिकारियों को बीते 17 मार्च को निलंबित करने का लिखित नोटिस दिया था।

इस बात की जानकारी बेलसोनिका वर्कर्स यूनियन ने अपने फेसबुक लाइव द्वारा साझा की थी। इसमें बताया गया था कि बेलसोनिका मज़दूर यूनियन के प्रधान मोहिंदर कपूर, महासचिव अजीत सिंह और संगठन सचिव सुनील कुमार को निलंबित कर दिया गया है।

क्रांतिकारी किसान यूनियन का आरोप है कि बेलसोनिका यूनियन कंपनी प्रबंधन द्वारा स्थायी मजदूरों की लगातार की जा रही छंटनी और उनकी जगह ठेके पर मजदूर रखने की कार्यवाही का विरोध कर रही है।

हालांकि, इसको लेकर प्रबंधन और मज़दूर यूनियन के बीच बीते 15 मार्च को हुई समझौता वार्ता में समाधान होने तक कंपनी यथास्थिति बनाये रखने की बात कही थी।

इसके बावजूद कंपनी प्रबंधन ने यूनियन के तीन पदाधिकारियों को निलबित कर दिया। KKU का आरोप है कि बेलसोनिका प्रबंधन ने मज़दूरों के संघर्ष को कुचलने का कुकृत्य किया है साथ ही कंपनी में मजदूरों को डराने-धमकाने के लिए कंपनी में बाउंसर तैनात कर रखे हैं।

क्रांतिकारी किसान यूनियन ने बेलसोनिका प्रबंधन के इस मजदूर विरोधी कदम का तीखा विरोध किया है। साथ ही चेतावनी दी है कि अगर सस्पेंड किए गए यूनियन के पदाधिकारियों को ससम्मान नौकरी पर वापस नहीं लिया जागेगा तो, किसान यूनियन भी कंपनी प्रबंधन के खिलाफ मज़दूरों के साथ मिलकर संघर्ष करेगी।

ये भी पढ़ें-

इसके अलावा संयुक्त किसान मोर्चा हरियाणा के सदस्य रवि आज़ाद ने अपने यूट्यूब चैनल के माध्यम से बेलसोनिका यूनियन के निलंबित पदाधिकारियों को तत्काल बहाल करने की मांग की है। आज़ाद का कहना है कि बेलसोनिका प्रबंधन मज़दूरों के प्रति तानाशाही रवैया अपने हुए शोषण कर रहा है।

गौरतलब है कि निलंबित पदाधिकारियों और बर्खास्त मज़दूरों की तत्काल बहाली की मांग को लेकर बीते 22 मार्च 2023 को गुड़गांव डीसी कार्यालय के समक्ष बेलसोनिका मज़दूरों के परिजनों और प्रगतिशील महिला एकता केंद्र द्वारा ज़ोरदार जुलूस और धरने का आयोजन किया गया था।

इसके अलावा कल, 26 मार्च को बेलसोनिका मज़दूर यूनियन ने 8 घंटे की भूख हड़ताल का एलान किया है। यह हड़ताल गुड़गांव डीसी कार्यालय पर सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक आयोजित की जाएगी।

यूनियन की मांग है कि तीन बर्खास्त मज़दूरों को काम पर वापस लिया जाए, तीन निलंबित पदाधिकारियों को तत्काल बहाल किया जाये, ठेका प्रथा को खत्म कर खुली छिपी छंटनी को बंद किया जाये और मज़दूर विरोधी चार लेबर कोड्स को रद्द किया जाये।

वर्कर्स यूनिटी को सपोर्ट करने के लिए सब्स्क्रिप्शन ज़रूर लें- यहां क्लिक करें

(वर्कर्स यूनिटी के फ़ेसबुकट्विटर और यूट्यूब को फॉलो कर सकते हैं। टेलीग्राम चैनल को सब्सक्राइब करने के लिए यहां क्लिक करें। मोबाइल पर सीधे और आसानी से पढ़ने के लिए ऐप डाउनलोड करें।)

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.