बेलसोनिका : यूनियन के सदस्य तीन ठेका मज़दूरों को प्रबंधन ने काम से निकाला

जहां एक तरफ बेलसोनिका यूनियन व मज़दूर अपनी लंबित मांगों को लेकर आज, 8 अप्रैल को जंतर मंतर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करने जा रहे हैं।

वहीं कल, 7 अप्रैल को बेलसोनिका प्रबंधन ने 3 ठेका मज़दूरों को फ़र्ज़ी दस्तावेज का हवाला देकर बर्खास्त कर दिया। ये तीनों वही मजदूर हैं जिनको यूनियन की सदस्यता हासिल है।

यूनियन का आरोप है कि प्रबंधन ने यह काम बदले की भावना से किया है।

बेलसोनिका यूनियन के संगठन सचिव सुनील कुमार ने बताया कि पिछले 7-8 साल से बेलसोनिका में काम करने वाले केशव कुमार सिंह, सद्दाम हुसैन और राजकुमार को काम से निकाल दिया गया है।

उन्होंने बताया कि तीन मजदूरों को उनके व्हाट्सऐप पर बर्खास्तगी का पत्र भेजा गया था। ये तीनों ठेका मजदूर बेलसोनिका यूनियन के सदस्य भी है।

यूनियन का आरोप है कि प्रबंधन ने कई बार यूनियन के पंजीकरण को रद्द कराने के प्रयास किए है। ऐसा तब किया गया, जब यूनियन ने मात्र एक ठेका मज़दूर को यूनियन की सदस्यता दी थी।

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पहले भी हुईं हैं छंटनियां

सुनील ने यह भी बताया कि इनमें से दो मजदूरों ने बीते 1 फ़रवरी 2023 को व एक मज़दूर ने 03.12.2022 को प्रबंधन द्वारा जारी द्वतीय कारण बताओ नोटिस का लिखित पत्र के माध्यम से जवाब दे दिया था। लेकिन प्रबंधन ने मजदूरों के जवाब को गलत बताते हुए बर्खास्त कर दिया।

यूनियन का आरोप है कि प्रबंधन लगातार छंटनी पर उतारू है। प्रबंधन द्वारा बीते 21 अक्टूबर 2022 को 1 और 23 दिसंबर 2022 को 2 मज़दूरों को फ़र्ज़ी दस्तावेज व गैर हाजिर का हवाला देते हुए बर्खास्त कर दिया था।

इसके अलावा बीते 17 मार्च 2023 को बेलसोनिका प्रबंधन ने मजदूर यूनियन के तीन पदाधिकारियों को भी निलंबन का नोटिस थमाया था।

साथ ही 28 मार्च 2023 को दो वर्करों को आरोप पत्र थमाए गए और 29 मार्च 2023 को दो यूनियन पदाधिकारियों को आरोप पत्र थमाए गए।

यूनियन से मिली जानकारी के मुताबिक, बीते 30 मार्च को भी 10 मज़दूरों को निलंबत कर दिया गया था। उस दौरान कर्मचारियों ने 2 घंटे का टूल डाउन किया था। इसके बाद प्रबंधन ने 10 मज़दूरों को निलंबित करने का पत्र थमा दिया था। इस पर प्रबंधन का कहना था कि निलंबित किये गए सभी मज़दूर प्लांट में अशांति का माहौल बना रहे थे।

दरअसल, मज़दूरों और यूनियन ने अपनी लंबित मांगों को लेकर 30 मार्च 2023 को 2 घंटे का टूल डाउन किया था। इसके तुरंत बाद प्रबंधन ने 10 मज़दूरों को निलंबन का पत्र दे दिया था।

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टकराव जारी

गौरतलब है कि हरियाणा के मानेसर में स्थित मारुति के कॉम्पोनेंट पार्ट्स बनाने वाली बेलसोनिका कंपनी में बीते दो साल से प्रबंधन और यूनियन के बीच टकराव जारी है।

बीते 24-25 फरवरी 2023 से प्रबंधन ने फैक्ट्री परिसर में असामाजिक तत्वों तथा बाउंसरों की भर्ती की है। मज़दूर लगातार इस बात की मांग कर रहे हैं कि बाउंसरो को फैक्ट्री से बाहर निकाला जाये।

यूनियन के सदस्यों का कहना है कि प्लांट में आवश्यकता ना होते हुए भी प्रबंधन लगातार 23-24 फरवरी 2023 से ठेका वर्करों की भर्ती कर रहा है। इन्हीं भर्तियों में उसने असामाजिक तत्वों तथा बाउंसरों की भर्ती भी कर रखी है। मज़दूरों द्वारा कई बार शिकायत करने के बाद आज तक इन असामाजिक तत्वों तथा बाउंसरों को कंपनी परिसर से नहीं हटाया गया है।

फिलहाल यूनियन और मज़दूर अपनी मांगों को लेकर बरकरार हैं। आज,  8 अप्रैल को बेलसोनिका के मज़दूर और यूनियन अपनी मांगों को लेकर दिल्ली के जंतर मंतर आएंगे। यहां मीडिया के समक्ष अपनी बात कहेंगे।

(कॉपी: शशिकला सिंह)

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