मानेसरः बेलसोनिका के मज़दूरों के क्रमिक अनशन का आठवां दिन

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मानेसर में मारुति सुजुकी की कंपोनेंट मेकर कंपनी बेलसोनिका के मज़दूर पिछले आठ दिनों से अनशन पर बैठे हुए हैं।

11 मई सुबह 10 बजे सस्पेंड मज़दूर प्रदीप व आशा राम मीणा बैठे हैं। ये क्रमिक अनशन का आठवां दिन है।

प्रबंधन की खुली-छिपी छंटनी के खिलाफ बेलसोनिका यूनियन व मज़दूर पिछले दो वर्षों से संघर्ष कर रहे हैं। प्रबंधन ने पिछले वर्ष 2022 में 3 परमानेंट वर्करों को बर्खास्त किया था।

उसके बाद बीते 17 मार्च को 3 यूनियन पदाधिकारियों को सस्पेंड किया, 30 मार्च को 10 वर्करों को यूनियन गतिविधियों के कारण सस्पेंड किया, 7 अप्रैल को 3 पुराने ठेका वर्करों को यूनियन की सदस्यता देने के कारण बर्खास्त किया गया।

21 अप्रैल को 11 वर्करों को बर्खास्त कर दिया गया था। इन सबको लेकर प्रबंधन अब तक लगभग 13 वर्करों को सस्पेंड व 17 वर्करों को नौकरी से बर्खास्त कर चुका है।

इसके विरोध में बेलसोनिका यूनियन के नेतृत्व में मज़दूर 4 मई से क्रमिक भूख हड़ताल पर अपनी मांगों के साथ धरने पर बैठे हैं।

क्रमिक भूख हड़ताल के छठवें दिन 9 मई को यूनियन के कोषाध्यक्ष पिंटू कुमार यादव, बर्खास्त साथी आदित्य नारायण व संतोष कुमार अनशन पर बैठे थे।

मज़दूरों के समर्थन में आईं यूनियनें

अनशन कर रहे बेलसोनिका के मज़दूरों के समर्थन में गुड़गांव और मानेसर की कई यूनियनें भी आ गई हैं।

9 मई को श्रमिक संग्राम कमेटी गाजियाबाद से का. सुभाष, एसडब्लूसीसी पश्चिम बंगाल से मुनमुन तथा मजदूर सहयोग केंद्र गुड़गांव से साथी खुशीराम व सुभाषिनी समर्थन देने पहुंचे।

हिंद मजदूर सभा के जसपाल राणा व सुजुकी बाइक एंप्लाइज यूनियन के महासचिव सुभाष गोदारा भी अनशन में समर्थन देने पहुंचे।

मारुति सुजुकी मजदूर संघ और उससे जुड़ी यूनियन के प्रतिनिधि अपनी कार्यकारिणी के साथ धरने पर पहुंचे थे। मारुति सुजुकी मजदूर संघ ने यूनियन के साथ मीटिंग कर विवादो के समाधान के लिए बातचीत करने की बात कही। मारुति सुजुकी प्रोविजनल कमेटी ने भी समर्थन दिया।

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