हरियाणा में नगरपालिका कर्मचारी संघ की 11 दिनों तक चली हड़ताल खत्म हो गई है। शनिवार, 29 अक्टूबर को स्थानीय निकाय मंत्री डा. कमल गुप्ता और मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी. उमाशंकर के साथ नगरपालिका कर्मचारी संघ की दो घंटे चली बैठक में कई मांगों पर सहमति बन गई।
संघ पदाधिकारियों ने समझौते को छह नवंबर तक लागू करने का अल्टीमेटम दिया है। समझौते तय हुआ कि रविवार से सभी शहर-कस्बों में सफाई कर्मचारी काम पर लौट आएंगे।
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नगरपालिका कर्मचारी संघ के सदस्यों का कहना है कि सरकार ने वरिष्ठता के आधार पर पहले से लगे अनुबंध के आधार पर सफाई कर्मचारियों व सीवरमैन को पक्की भर्ती के माध्यम से पक्का करने, मैन पावर के अनुसार ठेकों में लगे सफाई कर्मचारी एवं सीवरमैन को विभाग के पेरोल पर करने, सफाई कर्मचारियों को एक हजार रुपये स्वच्छता प्रोत्साहन राशि देने, दमकल कर्मचारियों को एक हजार रुपये जोखिम भत्ता देने व 2023 तक फायर ऑपरेटरों की भर्ती में वरीयता देते हुए अनुबंधित फायर कर्मचारियों को नौकरी की गारंटी देने की मांग पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का भरोसा दिलाया है।
Sanitation workers strike ends in Haryana: Government scared of loss in Panchayat election voting tomorrow; The minister had to hold a meeting on a holiday https://t.co/mWERE9r2k4
— Granthshala India (@Granthshalaind) October 29, 2022
साथ ही फायर व तृतीय श्रेणी के कर्मचारियों का वर्दी अलाउंस वेतन में जोड़ने, कोविड-19 से मारे गए कर्मचारियों की वेरिफिकेशन करवाने के बाद 50 लाख रुपये आर्थिक सहायता राशि देने, एक्सग्रेशिया पालिसी में पांच साल की सेवा को दो साल करने व 52 वर्ष की अधिकतम आयु के स्थान पर 55 वर्ष करने, अनियमित कर्मचारियों को भी एक्सग्रेशिया में शामिल करने पर भी सरकार सहानुभूति पूर्वक विचार करेगी।
इसके अलावा पात्र कर्मचारियों को समान काम-समान वेतन देने, फायर विभाग की डीडी पावर डीएमसी को देने, ड्यूटी समय में दुर्घटनाग्रस्त होने पर सभी कच्चे-पक्के कर्मचारी को इलाज करवाने की राशि देने, कर्मचारियों को न्यूनतम वेतन बैंक के माध्यम से देने, ईएसआइ व पीएफ का लाभ देने, हरियाणा कौशल रोजगार निगम में लगे कर्मचारियों का रुका हुआ वेतन जारी करने, सीवर व सफाई कर्मचारियों को सभी सेफ्टी उपकरण देने, पूर्व में की गई हड़ताल अवधि को अवकाश घोषित करने की मांग भी सरकार ने मानी है।
इसी तरह ग्रामीण सफाई कर्मचारियों माली, ट्यूबल आपरेटर को पालिका रोल पर रखने, छंटनी किए गए कर्मचारियों को ड्यूटी पर वापस लेने, ठेकों की अवधि को बढ़ाते हुए रुके हुए वेतन का तुरंत प्रभाव से भुगतान करने तथा हड़ताल के दौरान दर्ज हुए मुकदमों को वापस लेने सहित सभी कार्रवाइयों को खत्म करने पर भी सहमति बनी है।
गौरतलब है कि 16 सूत्रीय मांगों को लेकर पूरे प्रदेश के सफ़ाई कर्मचारी पिछले 11 दिनों से हड़ताल पर थे। इस दौरान पुलिस बल में कई बार कूड़ा उठाने की कोशिश की थी। जिसका प्रदर्शनकारियों ने विरोध भी किया था। इस दौरान पुलिस दल बल ने कर्मचारियों के साथ हाथापाई की थी। इतना ही नहीं बीते गुरुवार को यमुनानगर से 5, कैथल से 198 व हिसार से 118 कर्मचारियों समेत 321 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया था, जिन्हें बाद में छोड़ दिया गया।
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ज्ञात हो कि, हरियाणा में 19 अक्तूबर से प्रदेश के 40 हजार सफाई कर्मचारी और अग्निशमन कर्मी हड़ताल पर थे। मुख्य तौर पर 16 सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे कर्मचारियों की एक बैठक निकाय मंत्री के साथ हो चुकी थी, लेकिन उसमें कोई सहमति नहीं बन पाई। इसके बाद सरकार और संघ के बीच न तो कोई तालमेल हो पाया था और न ही दूसरे दौर की बैठक हुई थी। जिसके बाद प्रदेश के सभी सफाई कर्मचारियों ने सामूहिक हड़ताल करने का फैसला किया था।
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