मस्क ने भारत में Twitter के 80% कर्मचारियों को निकाला

ट्विटर की कमान संभालने ही एलन मस्क ने कर्मचारियों की छंटनी शुरू कर दी है। ट्विटर इंडया ने भारत के भी करीब 80 फीसदी कर्मचारियों को नौकरी से निकाल कर उनका एक्सेस वापस ले लिया है। इस छंटनी से पहले भारत में कंपनी के 200 से अधिक कर्मचारी काम रहे थे।

इकॉनमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, ट्विटर ने भारत में अपने कुल 230 कर्मचारियों में से 180 को नौकरी से निकाला है।

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जिसके बाद एलन मस्क ने ट्विटर पर छंटनी की खबर पर अपनी सफाई दी है। मस्क ने ट्वीट कर कहा कि दुर्भाग्यवश कंपनी के पास और कोई विकल्प नहीं है। ऐसे समय में छंटनी किया जा रहा है, जब कंपनी को हर दिन 4 मिलियन डॉलर का नुकसान हो रहा है। एलन मस्क ने आगे लिखा कि जिन कर्मचारियों को नौकरी से निकाला गया है, उन्हें 3 महीने का वेतन दिया गया है। यह कानूनी अनिवार्यता से 50 फीसदी अधिक है।

सूत्रों ने कहा कि भारत में पूरे मार्केटिंग और कम्यूनिकेशन विभाग को बर्खास्त कर दिया गया है। रिपोर्ट से मिली जानकर के मुताबिक ट्विटर इंडिया के एक कर्मचारी ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि छंटनी शुरू हो गई है। मेरे कुछ सहयोगियों को इस बारे में ईमेल से सूचना मिली है।’’ एक अन्य सूत्र ने कहा कि छंटनी ने भारतीय टीम के ‘महत्वपूर्ण हिस्से’ को प्रभावित किया है। हालांकि, अभी छंटनी का पूरा ब्योरा नहीं मिला है।

तीन महीने के  मुआवजे की पेशकश की

वहीं ट्विटर का दावा है कि नौकरी से निकाले गए सभी वर्कर्स को तीन महीने की मुआवजे की पेशकश की गई, जो कानूनी रूप से आवश्यक से 50 फीसदी अधिक है। बेहद जरूरी सेवाओं से जुड़े लोगों की नौकरी फिलहाल बची सूत्रों ने कहा कि ट्विटर इंडिया की टीम में ज्यादातर वही लोग बचे हुए हैं जो बेहद जरूरी मेंटेनेंस कार्यों के साथ-साथ सरकारी संपर्क कार्यों पर काम करते हैं।

शुक्रवार को ट्विटर ने अपने कर्मचारियों को के निराशाभरा मेल भेजा था। जिसमें ट्विटर ने कहा था, ‘अगर आप ऑफिस में हैं या ऑफिस जा रहे हैं तो कृपया घर लौट आएं’

अगर पूरे देश की बात करने तो, ट्विटर ने शुक्रवार को अपने 50 फीसदी कर्मचारियों की छंटनी की है। सोशल मीडिया कंपनी ने कार्यालयों के प्रवेश द्वार पर रोक लगाने और रातों-रात आंतरिक प्रणालियों तक कर्मचारियों के एक्सेस को बंद करने के बाद ईमेल द्वारा कर्मचारियों को उनकी नौकरी की स्थिति के बारे में जानकारी दी।

अधिकारियों को निकाला

ज्ञात हो की दुनिया के सबसे धनी कारोबारी एलन मस्क ने पिछले हफ्ते ट्विटर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) पराग अग्रवाल के साथ ही मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) और कुछ अन्य शीर्ष अधिकारियों को निकाल दिया था। मस्क ने 44 अरब डॉलर में ट्विटर का अधिग्रहण करने के तुरंत बाद ऐसा किया। इतना ही नहीं इस बीच, शीर्ष प्रबंधन के कई कर्मचारियों ने भी इस्तीफा दे दिया था।

दरअसल, मस्क ने अब कंपनी के वैश्विक कार्यबल को कम करने के लिए बड़े पैमाने पर छंटनी शुरू की है। मस्क के ट्विटर के अधिग्रहण से पहले ही इस तरह की चर्चा थी कि वह सोशल मीडिया कंपनी में कर्मचारियों की संख्या में कटौती करेंगे।

आई टी सेक्टर में लगातार हो रहीं हैं छंटनियाँ

गौरतलब है कि आर्थिक मंदी का असर अब बड़ी टेक कंपनियों तक पहुंच गई है। सत्या नडेला की Microsoft पुनर्गठन के नाम पर कर्मचारियों की छंटनी करने के मामले में सब से आगे चल रही है। मीडिया रिपोर्ट से मुताबिक 1 जुलाई को Byju’s ने अपने बिज़नस डिवीजन से 2500 कर्मचारियों को निकाल दिया था। इन छंटनी ने हाल ही में अधिग्रहित स्टार्टअप WhiteHat Jr और Toppr सहित Byju’s की मूल कंपनी को भी प्रभावित किया था।

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इतना ही नहीं एड-टेक कंपनी बायजूज (Byju’s) ने तिरुवनंतपुरम के टेक्नोपार्क में स्थित अपने कार्यालय को बंद करने का ऐलान करते हुए वहां काम कर रहे करीब 170 कर्मचारियों से इस्तीफा देने को कहा गया था।

इसी कड़ी में एड-टेक यूनिकॉर्न Unacademy ने पिछले कुछ महीनों में 1000 से अधिक कर्मचारियों को निकाला था, जबकि साथी एड-टेक यूनिकॉर्न Vedantu ने 424 को निकाल दिया था। कुछ एड-टेक कंपनियां, जैसे Lido Learning, पूरी तरह से बंद हो गई हैं।

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