पुणे : टाटा मोटर्स में 4 साल के लिए प्रबंधन व यूनियन के बीच हु्आ समझौता, मासिक वेतन में 18,000 रुपये हुई वृद्धि

tata motors gujrat

टाटा मोटर्स पुणे प्लांट में कमर्शियल वाहन यूनिट में समझौते के 6 माह बाद पुणे प्लांट की कार यूनिट में मांगपत्र पर प्रबंधन व यूनियन के बीच समझौता सम्पन्न हो गया है।

4 साल के इस समझौते के तहत श्रमिकों के वेतन में प्रत्यक्ष रूप से (फिक्स) 16,800 रुपये तथा अप्रत्यक्ष रूप से (वैरिएबल) 1200 रुपये (कुल 18,000 रुपये) की मासिक वृद्धि हुई है।

इससे पूर्व इसी साल अप्रैल माह में टाटा मोटर्स जमशेदपुर प्लांट में प्रत्यक्ष 14000 रुपये तथा अप्रत्यक्ष 3000 रुपये (कुल 17000 रुपए) मासिक, जबकि मई माह में पुणे प्लांट (कमर्शियल वाहन इकाई) में प्रत्यक्ष रूप से 15024 रुपये तथा अप्रत्यक्ष रूप से 1776 रुपये (कुल 16,800 रुपये) की मासिक वृद्धि का समझौता हो चुका है।

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जमशेदपुर व पुणे प्लांट (कमर्शियल वाहन इकाई) की तरह पुणे कार प्लांट में भी चार वर्षों की लंबी अवधि के लिए समझौता हुआ है।

ज्ञात हो कि पुणे प्लांट में पहले कार व कमर्शियल वाहन दोनों इकाइयों का एक साथ समझौता होता था। लेकिन प्रबंधन एक रणनीति के तहत दोनों इकाइयों के अलग-अलग समझौते करने लगा। इसीलिए कमर्शियल वाहन इकाई का समझौता अलग हुआ और अब कार प्लांट का समझौता हुआ है।

जैसा कि हर जगह और लगातार हो रहा है, वेतन समझौते का लाभ स्थाई श्रमिकों के लिए है। जबकि पूरी क्षमता से व बेहद कम मज़दूरी पर कार्य कर रहे ठेका व अन्य अस्थाई श्रमिकों के वेतन व सुविधाओं में कोई बढ़ोत्तरी नहीं हुई है।

समझौते के मुख्य बिन्दु

यूनियन महामंत्री संतोष नन्द कुमार दलवी द्वारा श्रमिकों के नाम जारी पत्र के अनुसार टाटा मोटर्स पुणे की कार प्लांट में सम्पन्न दीर्घकालिक समझौते के तहत-

  • समझौता 1 सितंबर, 2021 से 31 अगस्त, 2025 तक चार साल की अवधि के लिए है।
  • कुल मासिक वेतन बृद्धि 18,000 रुपए है, जिसमें 16,800 रुपए फिक्स और 1200 रुपए न्यूनतम वैरिएबल (उत्पादकता आधारित) होगा।
  • वेतन बृद्धि की कुल राशि में से 9,141 रुपए बेसिक में समायोजित होगा।
  • अवकाश एकत्रीकरण (हॉलिडे स्टोरेज) बढ़ा है।
  • वेतन में 1 सितंबर 2021 से 31 मार्च 2022 तक कोई बदलाव नहीं होगा।
  • रविवार अवकाश के दिन कार्य करने पर मिलने वाली मज़दूरी 250 रुपए से बढ़कर 900 रुपए हुई है।

ज्ञात हो कि पहले रविवार अवकाश के दिन कार्य पर मूल वेतन (बेसिक-डीए) का 0.5 फीसदी मिलता था। पिछले समझौते में इसे समाप्त करके 250 रुपए फिक्स कर दिया गया था, जो अब बढ़कर 900 रुपए होगा। लेकिन यह पुराने से अभी भी काफी कम है।

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टाटा मोटर्स में लगातार तेज वृद्धि और भारी मुनाफा

उल्लेखनीय है कि टाटा मोटर्स लगातार तेज वृद्धि और भारी मुनाफे के साथ दौड़ रहा है। लेकिन वेतन समझौता उस अनुरूप कम है, वह भी तीन की जगह चार साल की लंबी अवधि का समझौता हो रहा है।

टाटा मोटर्स ने बीते 7 नवंबर को अपने पुणे प्लांट से अपना 50,000वां इलेक्ट्रिक व्हीकल को रोल आउट किया है। टाटा पुणे स्थित अपने रांजनगांव प्लांट से अब तक नेक्सन की चार लाख से अधिक यूनिट्स का उत्पादन कर चुकी है।

कंपनी की मौजूदा प्रोडक्ट पोर्टफोलियो में टाटा की ईवी मॉडल, नेक्सॉन ईवी प्राइम, नेक्सॉन ईवी मैक्स, टिगोर ईवी और अब टियागो ईवी के साथ, टाटा मोटर्स के पास इलेक्ट्रिक वाहनों के बाजार में 88% हिस्सेदारी है।

(साभार मेहनतकश)

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