उत्तरी बंगाल: वेतन वृद्धि के लिए हड़ताल करेंगे 10 हजार चाय बागान कर्मचारी, मांग पूरा न होने पर आंदोलन की चेतावनी

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उत्तर बंगाल के करीब 10 हजार कर्मचारियों ने वेतन बढ़ाने को लेकर हड़ताल करने का फैसला किया है। कर्मचारी 24 जुलाई को करीब तीन घंटे के लिए अपनी मांगों को लेकर हड़ताल करेंगे।

कर्मचारियों के अनुसार अगर उनकी मांगें पूरी नहीं की जाती है तो वे आंदोलन की शुरुआत भी करेंगे।

पश्चिम बंगाल चाय बागान कर्मचारी संघ के महासचिव पार्थ लहरी का कहना है कि पहले तीन सालों में एक बार वेतन बढ़ाया जाता था। लेकिन साल 2014 से अंतरिम बढ़ोतरी के अलावा कोई बड़ी बढ़ोतरी नहीं हुई है।

लहरी ने आगे बताया, ”हर महीने, प्रत्येक कर्मचारी अपने वेतन का एक हिस्सा खो रहा है। इसलिए हमने 24 जुलाई को तीन घंटे का हड़ताल करने का फैसला किया है। अगर हमारी मांग को पूरा करने के लिए बागान मालिकों द्वारा कोई पहल नहीं की जाती है, तो हम एक आंदोलन शुरू करेंगे।”

इस साल जनवरी में कर्मचारियों के लिए 15 फीसदी की अंतरिम बढ़ोतरी की घोषणा की गई थी। वृद्धि के बाद एक उप-कर्मचारी 7,000 रुपये से 9,000 रुपये प्रति माह कमाता है, जबकि एक कर्मचारी 20,000 रुपये से 32,000 रुपये तक कमाता है।

इस बारे में पार्थ लहरी का कहना है, “पहले के संशोधन जब तीन साल के लिए समझौते हुआ करते थे उसकी तुलना में यह अपर्याप्त है”

गौरतलब है कि चाय उद्योग में उन कर्मचारियों को कर्मचारी कहा जाता है जो प्रबंधकीय स्तर से नीचे के पदों पर काम करते हैं और जो रसोइया, माली, ड्राइवर, चपरासी और इस तरह के काम करते हैं उन्हें उप कर्मचारी के रूप में संदर्भित किया जाता है।

लहरी ने आगे बताया कि हम चाय क्षेत्र में न्यूनतम मजदूरी शुरू करने की राज्य की योजना का स्वागत करते हैं लेकिन जब तक इसे लागू नहीं किया जाता है, हम चाहते हैं कि तीन साल के समझौते की पुरानी प्रथा जारी रहे।

प्लांटर्स एसोसिएशन के सूत्रों के अनुसार इस साल की शुरुआत में वेतन में 15 फीसदी की बढ़ोतरी हुई थी और वे आगे वेतन बढ़ाने के लिए तैयार नहीं थे

(साभार-टेलीग्राफ इंडिया)

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