250 करोड़ बकाया वेतन देने को जूट श्रमिकों का प्रदर्शन

By आशीष सक्सेना

लॉकडाउन के चलते बकाया वेतन न मिलने से जूट श्रमिकों में नाराजगी है। वेतन की मांग के लिए उन्होंने 17 अप्रैल को मुंह पर मास्क बांधकर कलकत्ता में प्रदर्शन किया।

कुछ ट्रेड यूनियनों ने बकाया नहीं चुकाने पर भूख हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है। बताया जा रहा है कि लॉकडाउन अवधि के दौरान का जूट उद्योग पर वेतन का 250 करोड़ रुपये से ज्यादा का बकाया हो गया है।

जूट मिलों में लगभग डेढ़ लाख श्रमिक हैं, जिनमें बड़ी संख्या ठेका मजदूरों की है। बताया जा रहा है कि केवल दो मिलों ने ही लॉकडाउन के दौरान भुगतान किया है।

दूसरी ओर इंडियन जूट मिल्स एसोसिएशन के अनुसार, लॉकडाउन में मिलों का कारोबारी घाटा लगभग 700 करोड़ रुपये हो गया है।

एक्टू के महासचिव बासुदेव बसु का कहना है कि 15 प्रतिशत श्रमिकों में बहुत असंतोष है, जिससे कानून व्यवस्था भी बिगड़ सकती है। फिलहाल का विरोध प्रदर्शन महामारी के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए हुआ है। भुगतान नहीं हुआ तो विरोध तेज होगा।

यहां ये भी बता दें, पश्चिम बंगाल में जूट मिलों के 20 अप्रैल को फिर से खुलने की उम्मीद है। मई जूट मिलों के लिए बहुत अहम समय है, क्योंकि खाद्यान्न को सुरक्षित करने के लिए जूट बैग की बड़ी जरूरत होती है।

फिलहाल मांग पूरी नहीं हो पा रही है। इसका असर देहात में किसानों के बीच भी देखा जा सकता है।

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