लुधियाना में कारखाने की मशीन फटने से इमारत ध्वस्त, तीन मजदूर घायल

लुधियाना के गीतानगर में 25 अक्टूबर को सुबह पांच बजे एडी डाईंग, रंगाई कारखाने में सॉफ्ट मशीन फटने से पूरी इमारत ध्वस्त हो गई, जबकि तीन मजदूर घायल हो गए। धमाका इतनी जोर का था कि आसपास के लोगों में अफरातफरी मच गई। फिलहाल तक किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है। यहां काम करने वाले मजदूरों का मीडिया से कोई संपर्क नहीं हुआ है।

एक कारीगर ने बताया, ‘इस मशीन में भाप से पानी गर्म किया जाता है। लगभग 135-40 डिग्री सेल्सियस तक पानी गर्म होता है जिसमें कपड़े की रंगाई की जाती है, अगर मशीन फटने के समय कोई पास में होगा तो उसका बचना मुश्किल है।’

बताया जा रहा है कि कारखाने में लगभग 25 मजदूर काम करते हैं, रात दिन दोनों शिफ्ट कारखाने में काम होता है। इस क्षेत्र में सक्रिय श्रमिक संगठनों का कहना है, ‘बाकी कारखानों की तरह इस कारखाने में भी श्रम कानूनों के हिसाब से मजदूरों का कोई हाजिरी रजिस्टर नहीं बनाया है, किसी किस्म के सुरक्षा के बंदोबस्त मजदूरों के लिए नहीं है।’

श्रमिक नेताओं ने कहा, पहले भी इसी इलाके में अक्सर करके डाईंग कारखानों में ब्वॉयलर, मशीने आदि फटने से मजदूरों के हताहत व जख्मी होने की खबरें आती रही हैं। लेकिन श्रम विभाग व डाईंग कारखानों के मालिक मजदूरों की सुरक्षा, श्रम कानूनों के आधार पर रिकॉर्ड रखने और अन्य सुविधाओं के बारे में कभी कोई कार्यवाही नहीं करते हैं।

श्रमिक नेताओं का आरोप है, शासन प्रशासन का रवैया हमेशा मजदूरों को घटनास्थल से भगाने वाला रहता है। इस कारखाने में भी यही हुआ। सुबह पांच बजे हादसा होने के बाद जब आसपास के मजदूरों को पता चला, लोग जुटने शुरू हुए। इसी बीच पुलिस प्रशासन ने आकर मजदूरों को वहां से डपटकर भगा दिया।

 

बताया जा रहा है कि अभी तक मालिक की तरफ से मजदूरों का रिकॉर्ड नहीं पेश किया गया। आसपास के मजदूरों से यह भी पता चला कि मशीन में धमाका इतना जबरदस्त था कि पूरी इमारत गिरने के बाद मशीन का ढक्कन बगल में छत पर सो रहे कुछ मजदूरों पर गिरा, जिसकी वजह से तीन मजदूर घायल हुए।

(सूचना स्रोत व तस्वीरें मुक्ति संग्राम से साभार)

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