तिरुपति में श्रम सम्मेलन के दूसरे दिन भी ट्रेड यूनियनों का प्रदर्शन रहा जारी

तिरुपति में नए लेबर कोड को लागू करने के सम्बन्ध में दो दिवसीय राष्ट्रीय श्रम सम्मेलन के दूसरे दिन भी ट्रेड यूनियनों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया।

शुक्रवार को भी मजदूरों ने 4 लेबर कोड को वापस लेने की मांग की।

इंडियन फेडरेशन ऑफ़ ट्रेड यूनियंस (इफ्टू) के महासचिव बी. प्रदीप ने बताया कि आंध्र प्रदेश में, 10 यूनियनों की राज्य की संयुक्त ट्रेड यूनियन समिति ने गुरुवार को विजयवाड़ा में केंद्र सरकार की मिलीभगत से तिरुपति में आंध्र प्रदेश पुलिस की कार्रवाई के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने और 4 कोडों को वापस करने और इनको लागू न करने की मांग करने का आह्वान किया था।

राज्य में 26 अगस्त की सुबह से पुलिस ने तिरुपति में हर नुक्कड़ पर पुलिस बल और ट्रेड यूनियन नेताओं के घरों पर भी पुलिस तैनात कर दी गई।

आज आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा, एलुरु, काकीनाडा, देवरपल्ली, राजमुंदरी, श्रीकाकुलम, जंगारेड्डीगुडेम, विजयनगरम और अन्य स्थानों पर संयुक्त धरने हुए।

इन प्रदर्शनों मे दस यूनियनों IFTU, CITU, AITUC, INTUC, AIUTUC, AICCTU, AIFTU, TUCI, HMS, IFTU (2) के सदस्य शामिल रहे।

कोलकाता और दिल्ली में भी हुआ विरोध

वहीं दूसरी तरफ पश्चिम बंगाल में, राज्यों के श्रम मंत्रियों के साथ केंद्रीय श्रम मंत्री के तिरुपति सम्मेलन और 25 अगस्त को तिरुपति में पुलिस कार्रवाई के खिलाफ आज कोलकाता में एक विरोध मार्च निकाला गया।

कोलकाता के निजाम पैलेस में डीसीएलसी (केंद्रीय) को ज्ञापन दिया गया। IFTU ने दानकुनी और उत्तरपारा में भी विरोध प्रदर्शन आयोजित किया गए।

कोलकाता में संयुक्त रैली IFTU, CSW, IFTU (S), TUCI और अन्य यूनियनों की ओर से आयोजित की गई।

शुक्रवार को देश की राजधानी दिल्ली में CITU, AICCTU, IFTU ने दक्षिण जिला श्रम विभाग में संयुक्त धरना दिया।

दिल्ली के संयुक्त ट्रेड यूनियनों के मंच की ओर से पूर्वी और उत्तर पूर्वी दिल्ली श्रम विभागों में भी धरना और दिल्ली के श्रम मंत्री को ज्ञापन दिया गया।

(वर्कर्स यूनिटी के फ़ेसबुकट्विटर और यूट्यूब को फॉलो कर सकते हैं। टेलीग्राम चैनल को सब्सक्राइब करने के लिए यहां क्लिक करें। मोबाइल पर सीधे और आसानी से पढ़ने के लिए ऐप डाउनलोड करें।)

One Comment on “तिरुपति में श्रम सम्मेलन के दूसरे दिन भी ट्रेड यूनियनों का प्रदर्शन रहा जारी”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.