‘यूपी सरकार झूठ बोल रही है, किसी को वापस नहीं बुला रही है’

 

गुजराती प्रभाव वाले केंद्र शासित प्रदेश दादरा व नगर हवेली की राजधानी सिलवासा में मौजूद प्रवासी मजदूरों की आवाज भी बाकी भारत में नहीं आ पा रही।

यहां टैक्स कम होने से बड़ी संख्या में उद्योग लगे हैं। लॉकडाउन के बाद से अरब सागर के नजदीक इस क्षेत्र में प्रवासी मजदूरों की हालत गुलामों से भी बदतर बना दी गई है।

वहीं, यूपी-बिहार की सरकारें अपने राज्यों के ज्यादातर मजदूरों को उनके प्रदेश की सरकार वापस भी नहीं आने देना चाहतीं।

कैसे प्रवासी मजदूरों के साथ बर्ताव हो रहा है, इसको उन्होंने एक पत्र के जरिए बताने की कोशिश की है, जिसे भाषाई त्रुटियां दुरुस्त करके जस का तस प्रस्तुत किया जा रहा है। पत्र की कॉपी विचार लहरी पोर्टल से साभार ली गई है।

– वर्कर्स यूनिटी
——————–

सिलवासा के मजदूरों का पत्र

हम सब मजदूर सुधीर पावर लिमिटेड सिलवासा के वर्कर हैं। लाकडाउन के बाद से हम लोगों का काम बंद पड़ा है। कंपनी ने हम लोगों के खाने या कमरे का किराया देने के लिए कोई आर्थिक सहायता नहीं की है।

ठेकेदार प्रदीश शर्मा फोन नहीं उठा रहा है। गुजरात सरकार हम मजदूरों को खाने के लिए कोई सहायता नहीं कर रही है। मकान मालिक को हम लोग किराया नहीं दे पा रहे हैं तो मकान मालिक अपना कमरा खाली करा रहा है।

कमरा खाली न करने पर कमरे की बिजली काट दी है। भयंकर गर्मी में बिना बिजली के रह पाना मुश्किल है खाली पेट।

उत्तरप्रदेश की योगी सरकार ने मीडिया में कहा था कि यूपी सरकार हम लोगों को वापस बुलाएंगे, हम सब के चेहरे पर खुशी की चमक आई।

जब हम सब अथाल चौकी पर गए, बताए कि यूपी सरकार हम लोगों को बुला रही है, हम सब यूपी जाना चाहते हैं तो चौकी इंचार्ज ने डांटकर कहा, ‘ये सब अफवाह है, यूपी सरकार झूठ बोल रही है, किसी को नहीं बुला रही है, सब अपने अपने रूम पर जाओ, बाहर मत जाओ, नहीं तो केस लिखकर जेल में डाल दूंगा। ’

अपने प्रदेश वापसी के लिए सरकार द्वारा जारी टोल फ्री नंबर नहीं लगता। अगर दो दिन में लग भी जाता है, और हम सब अपनी पीड़ा बताते हैं कि हम अपने यूपी आना चाहते हैं तो बात सुनने की जगह फोन काट दिया जाता है।

इस सिलवासा इलाके में 12 से 14 हजार प्रवासी मजदूर हैं, सबके साथ ऐसा ही बर्ताव हो रहा है। हमारी मदद के लिए 7732898750 पर संपर्क करने की कृपा करें।

हम सब अपने गांव रेरा के प्रधान से बात किए तो वे बोले यहां से कुछ नहीं होगा जो होना है वहीं सिलवासा से ही होगा।

अजय विश्वकर्मा
– राजू विश्वकर्मा
– उमाकांत विश्वकर्मा
– प्रमोद बिंद
ग्राम-रेरा, थाना-घूरपुर, तहसील-बारा, जिला-प्रयागराज

 

(वर्कर्स यूनिटी स्वतंत्र निष्पक्ष मीडिया के उसूलों को मानता है। आप इसके फ़ेसबुकट्विटर और यूट्यूब को फॉलो कर इसे और मजबूत बना सकते हैं। वर्कर्स यूनिटी के टेलीग्राम चैनल को सब्सक्राइब करने के लिए यहां क्लिक करें।)