रुद्रपुर माइक्रोमैक्स वर्करों की हुई जीत, वेतन में 1400 रु. की बढ़ोत्तरी के साथ अन्य मांगें मानीं

उत्तराखंड के रुद्रपुर में स्थित माइक्रोमैक्स (भगवती प्रोडक्ट्स लिमिटेड) के नौजवान वर्करों ने संघर्ष की एक नई इबारत लिखी है।

10 माह के संघर्ष और चार दिन के भूख हड़ताल के बाद अपर जिलाधिकारी व सहायक श्रम आयुक्त की मध्यस्थता में, मैनेजमेंट के लाखों ना नुकुर के बाद आखिरकार समझौता सम्पन्न हो गया।

लंबे संघर्ष के बाद भगवती प्रोडक्ट्स लिमिटेड के मैनेजमेंट को कर्मचारियों की बात सुननी पड़ी।

एडीएम और एएलसी की मध्यस्तता में कंपनी के शीर्ष प्रबंधन और श्रमिक प्रतिनिधियों के बीच एक साल की समय सीमा के लिए समझौता हुआ।

इसके तहत श्रमिकों के वेतन में 1,400 रुपए प्रतिमाह की वेतन वृद्धि हुई है। वृद्धि की इस रकम का 60 फ़ीसदी मूल वेतन बेसिक में समायोजित होगा।

इसके अतिरिक्त वर्दी देने और गदरपुर रूट से परिवहन सुविधा उपलब्ध कराने की मांग भी मानी गई।

गौरतलब है कि पिछले 7 नवंबर 2017 को श्रमिकों ने प्रबंधन को अपना मांग पत्र दिया था।

इस दौरान प्रबंधन ने कभी निलंबन कभी ले-ऑफ आदि के माध्यम से श्रमिकों पर दबाव बनाता रहा।

कई बार अपने ही किए गए वायदों से प्रबंधन मुकरता भी रहा।

बीते 25 अगस्त को प्रबंधन डीएलसी की वार्ता से अनुपस्थित हो गया और वार्ता समाप्त करने का पत्र लगा दिया।

जिसके बाद श्रमिकों में आक्रोश बढ़ा और 3 महिला प्रतिनिधियों सहित 9 प्रतिनिधियों ने भूखे रहकर काम करने का आंदोलन शुरू कर दिया।

इसके समर्थन में कंपनी के सभी महिला-पुरुष वर्कर धरने पर बैठ गए।

 

चार दिनों से वर्करों पर कई तरीके से दबाव बनाने की कोशिश हुई, भयानक बारिश में भी लड़के लड़कियां बाहर ही धरने पर रात भर बैठे रहे जबकि प्रबंधन ने पानी और कैंटीन आदि कि सुविधाएं भी बंद कर दी थीं।

लेकिन मज़दूर डटे रहे। अनशन पर प्रतिनिधि सूरज, वंदना, नंदन, राजकुमार, जानकी, दीपक, प्रवीण, पूरन व प्रियंका बैठे थे।

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