‘Make Amazon Pay’ अभियान से पहले 10,000 वर्कर्स को नौकरी से निकालने की तैयारी में Amazon

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जहां एक तरफ Amazon के वर्कर्स अपनी मांगों को लेकर आगामी 25 नवंबर को  ब्लैक फ्राइडे घोषित करते हुए  ‘Make Amazon Pay’  नाम का एक कम्पैन चलाने का फैसला लिया है, वहीं अमेजन ने इसी सप्ताह में 10,000 लोगों को नौकरी से निकालने की योजना बनाई है।

अमेजन सम्बन्धी मामले की जानकारी रखने वाले लोगों का मानना है कि यह कंपनी अब रोबोटिक सिस्टम को उतरने की तैयारी कर रहा है।

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न्यूयॉर्क टाइम्स में सोमवार को प्रकाशित एक रिपोर्ट में बताया कि अमेजन ने योजना बनाई है कि वह इस हफ्ते की शुरुआत में कॉर्पोरेट और टेक्नोलॉजी क्षेत्र में काम करने वाले लगभग 10 हजार कर्मचारियों को नौकरी से निकाल देगा।

लाभ में कमी का दिया हवाला

अमेज़न ने इस कदम के पीछे लाभ कमाने में फेल रहने का हवाला दिया है, इसलिए उसने कर्मचारियों की छंटनी का फैसला लिया है। कंपनी ने कुछ महीने पहले ही नई भर्तियों पर भी रोक भी लगा दी थी।

हालाँकि रिपोर्ट में कहा गया है कि छंटनी की कुल संख्या में अभी स्पष्टता नहीं है, ये कर्मचारी अमेजन के कॉर्पोरेट कर्मचारियों के करीबन 3 फीसदी और ग्लोबल वर्कफोर्स का एक फीसदी से भी कम है। अमेज़न में ऐसे वर्कर्स की कटौती की जाएगी जो कंपनी में डिवाइस ऑर्गेनाइजेशन जैसे वॉयस-असिस्टेंट Alexa, रिटेल डिवीजन और ह्यूमन रिसोर्स सेक्टर में शामिल हैं।

ख़बर के मुताबिक, अमेज़न के पास 31 दिसंबर, 2021 तक लगभग 1,608,000 फुलटाइम और पार्ट-टाइम कर्मचारी थे। अमेज़न ने 1 महीने की लंबी समीक्षा के बाद ऐसा करने का फैसला लिया है।

अगर अमेज़न 10,000 कर्मचारियों को निकालता है, तो यह अमेज़न के इतिहास में सबसे बड़ी छंटनी होगी। अमेज़न दुनियाभर में 1.6 मिलियन से अधिक वर्कर्स को रोजगार देता है। जिसमें कंपनी 1 फीसदी कर्मचारी को निकालने जा रहा है।

रोबोटिक सिस्टम को उतरने की तैयारी

अमेज़न लागत को कम करने के लिए अपने ऑपरेशन में रोबोट का इस्तेमाल बढ़ाने में लगी है। इस समय अमेज़न की ओर से डिलीवर किए जाने वाले लगभग 3 चौथाई पैकेट किसी न किसी रोबोटिक सिस्टम से होकर गुजरे हैं।

इस बारे में अमेज़न रोबोटिक्स के चीफ टाई ब्राडी का कहना है कि अगले 5 साल में पैकेजिंग में 100 फीसदी रोबोटिक सिस्टम हो सकता है। ये रोबोट कितनी जल्दी इंसानी कर्मचारियों की जगह ले लेंगे, अभी यह नहीं कहा जा सकता है। उन्होंने कहा कि, काम जरूर बदलेगा, लेकिन इंसान की जरूरत तो हमेशा ही रहेगी।

ज्ञात हो कि बीते सप्ताह ट्विटर इंडिया ने भारत के भी करीब 80 फीसदी कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया था और उनके एक्सेस को वापस ले लिया था। इसके अगले दिन ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा प्लेटफॉर्म्स इंक ने बड़े स्तर पर छंटनी की योजना बनाई है। फेसबुक इस छंटनी के मेटा के हजारों कर्मचारियों पर इसका असर पड़ेगा।

‘Make Amazon Pay’

गौरतलब है कि दुनिया का सबसे बड़ा ऑनलाइन विक्रता Amazon पर 25 नवंबर से ब्लैक फ्राइडे सेल की शुरुआत हो रही है। वहीं इसी दिन दुनियाभर के Amazon वर्कर्स ने अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करने का ऐलान किया है।

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वर्कर ने पिछले साल 26 नवंबर को ‘Make Amazon Pay’ के नाम अभियान के तहत अपनी मांगों को रखा था। ‘Make Amazon Pay’ अभियान के माध्यम से Amazon वर्कर्स ने कम वेतन, खराब काम करने की स्थिति और जलवायु संबंधी चिंताओं पर देशव्यापी विरोध प्रदर्शन किये जायेंगे।

Amazon वर्कर्स की इस कम्पैन में अमेज़न के हज़ारों वर्कर्स और देशभर की 70 ट्रेड यूनियनें हिस्सा लेंगी।

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