पत्रकारों पर देशद्रोह के मुकदमे ‘प्रेस की आजादी’ पर हमला,आपातकाल से भी बुरे हैं हालात

पिछले 2 महीनों से चल रहे किसान आंदोलन की रिपोर्टिंग कर पत्रकारों पर सरकार हर तरीके से दबाव बना रही है। सरकारी एजेंसियों के सहयोग से पत्रकारों को चिन्हित कर …

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