वर्कर्स यूनिटी पत्रकार को यूनियन ने अपने ऑफिस बुलाया तो मैनेजमेंट ने थमाया नोटिस

Bellsonica employees protesting

By शशिकला सिंह

वर्कर्स यूनिटी के पत्रकार को यूनियन दफ़्तर में बुलाने पर कंपनी मैनेजमेंट ने यूनियन को पत्र देकर आपत्ति ज़ाहिर की है।

हरियाणा के आईएमटी मानेसर स्थित बेलसोनिका कंपनी प्रबंधन ने इसे अनुशासनहीनता करार देते हुए नोटिस थमाया है और तीन दिन में जवाब देने को कहा गया है।

उधर यूनियन का कहना है कि यूनियन पदाधिकारी अपने गेस्ट को दफ़्तर में नहीं बुलाएंगे तो कहां बुलाएंगे।

नोटिस में लिखा गया है कि “दस सितम्बर को यूनियन ने अपने गेस्ट वर्कर यूनिटी चैनल के पत्रकार संदीप को बुलाया था। उसके बाद गेस्ट सिटिंग एरिया में गेस्ट को बैठाया गया। गेस्ट की गाड़ी पार्किंग एरिया में खड़ी करने के लिए ले गए लेकिन एक घंटे तक वे वापस नहीं आए।”

“बाद में पता चला कि आपने अपने गेस्ट को वापस गेट पर लाने की बजाय शॉप फ्लोर पर घुमाने लगे और फिर यूनियन ऑफिस लेकर गए वहां बैठकर बातचीत की गई। इस प्रकार आपका कथित गेस्ट कारखाने के शॉप फ्लोर पर लगभग एक घंटे गैर अधिकृत रूप से मौजूद रहा।”

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नोटिस के अनुसार, “आपको विदित होना चाहिए कि कंपनी में बिना अनुमति के किसी भी बाहरी व्यक्ति को बुलाना और कारखाने में घुमाना एक गंभीर दुराचरण है। साथ ही अनाधिकृत रूप से प्रवेश/अतिक्रमण इत्यादि की श्रेणी में होने के कारण कानूनी मामला भी बन जाता है।”

23 सितम्बर को जारी नोटिस के अनुसार, “कारखाने में लागू प्रमाणित स्थाई आदेश में प्रमुख कदाचार की बिंदु संख्या 44 और 61 रे अंतर्गत आप सभी के द्वारा अंजाम किया गया कृत्य गंभीर दुराचरण एवं अनुशासनहीनता है।
नोटिस का जवाब देने के लिए 72 घंटे का समय दिया गया है।”

एचआर वाईस प्रेसिडेंट मृत्युंजय नाथ साहू हस्ताक्षरित यह नोटिस सहायक श्रम आयुक्त सर्कल 6 को भी अग्रेसित किया गया है।

बीते 10 सितम्बर को वर्कर्स यूनिटी के पत्रकार बेलसोनिका यूनियन के सदस्यों द्वारा बुलाये जाने पर एक सामान्य मुलाकात करने गए थे। लेकिन प्रबंधन के अधिकारियों को यह बिलकुल भी रास नहीं आया और उन्होंने इस बात को गैरकानूनी कहते हुए यूनियन के सदस्यों को नोटिस थमा दिया है।

यूनियन का पक्ष

बेलसोनिका यूनियन के महासचिव अजीत सिंह का कहना है कि यदि यूनियन के सदस्य पत्रकारों को यूनियन के दफ्तर में बिठाते या बात करते हैं, तो इसमें कुछ भी गलत नहीं है। उनका कहना है कि यूनियन का कार्यलय होता ही इसलिए है कि जो लोग यूनियन से मिलना या बात करना चाहते हैं उनको यूनियन कार्यालय में निमंत्रित करें।

उन्होंने कहा कि ‘मैनेजमेंट का दावा कि हमने अपने गेस्ट को शॉप फ्लोर पर घुमाया ये ग़लत है। हमने अपने गेस्ट को सीधे अपने यूनियन दफ़्तर में बुलाया और वहां वे कुछ देर तक ही बैठे रहे। ये पूरी तरह शिष्टाचार मुलाकात थी।’

वर्कर्स यूनिटी के पत्रकार संदीप राउज़ी का कहना है कि वो सिर्फ मुलाकात के लिए गए थे और थोड़ी देर मुलाकात के बाद वो वापस लौट आए।

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उनका कहना है कि मजदूरों की ख़बरों को लगातार प्रकाश में लाने की वजह से मैनेजमेंट पहले से नाखुश है और महज एक शिष्टाचार मुलाकात को बढ़ा चढ़ा कर अनुशासनहीनता बता रहा है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि मजदूरों को किन परिस्थितियों का आए दिन सामना करना पड़ता है।

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