
निजीकरण-2ः क्या सरकारें कोयला खदानों को अपनी जागीर समझती हैं?
By ए. प्रिया मोदी जी ने कोयले को भारतीय अर्थव्यवस्था का एक अतिआवश्यक स्तम्भ बताते हुए बड़ी धूर्तता से इस स्तम्भ को खोखला कर निजी कंपनियों को सौंपने के कई फायदे …
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