
अभूतपूर्व बेरोज़गारी-2: हर दस साल में पूंजीवाद क्यों दिवालिया हो जाता है?
By एस. वी. सिंह पूंजीवादी अर्थव्यवस्था अपने चक्रीय संकटों और बेरोज़गारी के बगैर रह ही नहीं सकती? कुछ मुट्ठी भर लोगों की सम्पन्नता और बाकी सारे समाज की दरिद्रता, अति-उत्पादन …
अभूतपूर्व बेरोज़गारी-2: हर दस साल में पूंजीवाद क्यों दिवालिया हो जाता है? पूरा पढ़ें