हल्द्वानी: भाजपा की वादाखिलाफी के विरोध में 15 अगस्त को बाल सत्याग्रह, ‘भाजपा को वोट ना दें’ अभियान चलेगा

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गुजरात अंबुजा एक्सपोर्ट्स लिमिटेड सिडकुल सितारगंज के मज़दूरों के न्याय के लिए 15 अगस्त से बाल सत्याग्रह की शुरुआत होगी भाजपा नेताओं की वादाखिलाफी के विरुद्ध ‘भाजपा को वोट ना दें’ अभियान चलेगा।

गुजरात अंबुजा के 28 जनवरी 2020 से गैरकानूनी गेट बंदी के शिकार 100 से ज्यादा मजदूरों के बच्चों ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर अपना आक्रोश जताया है और पांच सूत्रीय मांगों के साथ चरणबद्ध कार्यक्रम की घोषणा की है।

पीड़ित मज़दूरों के बच्चों ने मुख्यमंत्री उत्तराखंड को भेजे पत्र द्वारा कहा है कि आपकी पार्टी की सरकार, जिला प्रशासन व श्रम विभाग विगत 1 वर्ष से कंपनी प्रबंधन के इशारों पर गरीब श्रमिकों का दमन कर रहे हैं। क्योंकि कंपनी मालिक व प्रबंधन आरएसएस और भाजपा के परम चहेते और उससे जुड़े हुए हैं।

पत्र में लिखा है कि 30 जनवरी 2020 को कंपनी प्रबंधन के इशारे पर पुलिस द्वारा करीब पौने दो सौ श्रमिकों, महिलाओं और बच्चों पर झूठे मुकदमे दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया। सितारगंज क्षेत्र की न्याय प्रिय जनता ने शहर का चौराहा जाम कर प्रशासन को गिरफ्तार लोगों को रिहा करने पर विवश किया। उस समय चौराहे पर उपस्थित करीब 1000 लोगों को विधायक सौरभ बहुगुणा ने जाम खुलवाकर वचन दिया था कि वे दो दिन में समस्या का हल करा देंगे। परंतु बाद में मुकर गए।

इस मसले पर उच्च न्यायालय द्वारा श्रमिकों की याचिका पर गिरफ्तारी पर रोक लगाकर पुलिस को 3 सप्ताह में जवाब दाखिल करने को कहा, परंतु सवा साल बीत जाने के पश्चात भी पुलिस द्वारा उच्च न्यायालय में कोई जवाब दाखिल ना करने से स्पष्ट है कि पुलिस ने झूठे मुकदमे लगाए थे।

पत्र में लिखा है कि सिविल न्यायालय सितारगंज के आदेश पर कोतवाली सितारगंज में कंपनी मालिक व प्रबंधन के विरुद्ध धारा 406 के तहत धोखाधड़ी का मामला दर्ज होने के पश्चात भी पुलिस द्वारा विगत 6 माह से प्रबंधन को गिरफ्तार न करना स्पष्ट करता है कि कंपनी मालिक व प्रबंधन को शासन प्रशासन का खुला संरक्षण प्राप्त है।

पत्र में लिखा है कि श्रम आयुक्त उत्तराखंड द्वारा पीड़ित श्रमिकों को न्याय दिलाने के स्थान पर यूनियन का पंजीकरण निरस्त करने का नोटिस भेजा गया, जिसे माननीय उच्च न्यायालय द्वारा रोक लगाते हुए जवाब तलब किया गया। परंतु 9 माह बीत जाने के पश्चात भी श्रम आयुक्त द्वारा जवाब दाखिल नहीं किया गया। दूसरी तरफ श्रमिकों की लिखित आपत्ति के पश्चात भी सहायक श्रम आयुक्त द्वारा प्रबंधन के इशारे पर गैर कानूनी व फर्जी समझौते को पंजीकृत करने की कार्रवाई हुई।

पत्र में लिखा है कि भाजपा के पूर्व अध्यक्ष व वर्तमान कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत व विधायक सौरभ बहुगुणा द्वारा छोटे-छोटे बच्चों व महिलाओं को वचन दिया था कि शीघ्र ही सुनवाई करके समस्याओं का निदान कर सभी श्रमिकों की कार्यबहाली व मांग पत्र का निस्तारण किया जाएगा।

परंतु बड़े ही शर्म, दुख व चिंता का विषय है कि कंपनी प्लांट हेड आरके गुप्ता के साथ गहरे संबंध व सांठगांठ के कारण बाद में वे मुकर गए और अपना वचन तोड़ दिया।

पत्र में यह भी लिखा है कि उत्तराखंड की न्यायप्रिय जनता छोटे-छोटे बच्चों के साथ वादाखिलाफी करने वालों को वर्ष 2022 के चुनाव में उचित दंड देगी।

पत्र द्वारा चेतावनी दी गई है कि वर्ष 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव को संज्ञान में लेकर वे बाल सत्याग्रह के कार्यक्रम को पुनः प्रारंभ करने को विवश हैं। उक्त क्रम में हल्द्वानी, रुद्रपुर व देहरादून में किसानों, ट्रेड यूनियनों, बेरोजगारों और सामाजिक राजनीतिक संगठनों के संग मिलकर महापंचायत आदि कार्यक्रम होंगे व भाजपा स्टार प्रचारकों को काले झंडे दिखलाएंगे।

15 अगस्त, 2 अक्टूबर व 26 जनवरी को विशेष कार्यक्रम होंगे। सौरव बहुगुणा जी के आवास पर बाल सत्याग्रह कार्यक्रम पुनः प्रारंभ होगा।

बच्चों ने कहा कि उनके बाल सत्याग्रह का मूल नारा होगा बीजेपी को वोट मत दो (नो वोट फॉर बीजेपी)। जिन कार्यक्रमों की सूचना यथासमय दी जाएगी।

बच्चों ने अपने बाल सत्याग्रह कार्यक्रम के शुरुआत की घोषणा करते हुए कहा है कि 15 अगस्त 2021 को उपरोक्त कार्यक्रम के प्रथम चरण में बच्चों, श्रमिकों महिलाओं, किसानों और ट्रेड यूनियनों व सामाजिक राजनीतिक संगठनों के साथ मिलकर भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व वर्तमान कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत के कार्यक्षेत्र हल्द्वानी स्थित बुद्ध पार्क में 11:00 बजे से बाल सत्याग्रह के तहत कार्यक्रम और तत्पश्चात हल्द्वानी शहर में जुलूस निकालकर पर्चा वितरण किया जाएगा। जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।

मजदूरों के बाल सिपाहियों की माँगें-

सभी श्रमिकों की कार्यवाही करो।
माँग पत्र पर सम्मानजनक समझौता करो
उक्त फर्जी व गैरकानूनी समझौते को निरस्त करो।
मज़दूरों के पीएफ का घोटाला करने वाले व धोखाधड़ी के आरोपी कंपनी मालिक व प्रबंधन को गिरफ्तार करो।
छोटे-छोटे बच्चों को महिलाओं के साथ वादाखिलाफी करने का अनैतिक कृत्य करना बंद कराओ

(साभार-मेहनतकश)

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