क्या Google जातिवादी है? दलित अधिकार कार्यकर्ता का टॉक शो रद्द, कर्मचारी का इस्तीफा

https://www.workersunity.com/wp-content/uploads/2022/06/google-office-moscow.jpeg

सात समंदर पार भी जातिवाद ने पीछा नहीं छोड़ा बल्कि दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक गूगल पर भी जातिवाद के आरोप लगे हैं।

अमरीका के एक दलित नागरिक अधिकार संगठन ने Google के दफ्तर में जातिवादी माहौल होने का आरोप लगाया है।

वॉशिंगटन पोस्ट की एक खबर के अनुसार, दलित अधिकार संगठन इक्वालिटी लैब्स की एक्ज़ीक्युटिव डायरेक्टर थेनमोझी सुंदराराजन का गूगल न्यूज़ में विविधता, बराबरी और समावेशन पर एक टॉक शो आयोजित था, जिसे रद्द कर दिया गया।

यही नहीं गूगल में जातिभेद का अभियान चलाने वाली भारतीय मूल की अमेरिकी कर्मचारी तनूजा गुप्ता के ख़िलाफ़ जांच बिठाकर दबाव में लाने की कोशिश का भी आरोप है। इसके बाद गुप्ता ने इस्तीफा दे दिया।

हालांकि गूगल कंपनी ने अपने कार्यस्थल पर जातिभेद के आरोपों से इनकार किया है और कहा है कि जातिगत भेदभाव की यहां कोई जगह नहीं है।

उधर, सुंदराराजन ने कहा है कि ‘गूगल ने जातिगत बराबरी पर मेरे टॉक शो रद्द कर, मेरे और अपने खुद के कर्मचारियों के प्रति बहुत सदमा देने वाला व्यवहार किया है।’

उन्होंने कहा कि’ गूगल को अपने ऑफिस में जातिभेद की समस्या को हल करना चाहिए जिसकी वजह से इस तरह के हमले होते हैं और आगे भी जारी रहते हैं।’

वर्कर्स यूनिटी को आर्थिक मदद के लिए सब्स्क्रिप्शन ज़रूर लें- यहां क्लिक करें

मामला क्या है?

जाति के मुद्दे पर अप्रैल दलित हिस्ट्री मंथ के तहत गूगल न्यूज़ विविधता, बराबरी और समावेशन पर एक टॉक शो आयोजित था। इसमें इक्वैलिटी लैब्स की क्ज़ीक्युटिव डायरेक्टर थेनमोझी सुंदराराजन को बात रखने के बुलाया गया था।

इस टॉक शो आयोजित करवाने में गूगल की ही एक कर्मचारी तनूजा गुप्ता की महत्वपूर्ण भूमिका थी, जो खुद दलित अधिकार कार्यकर्ता हैं।

तनूजा गूगल कंपनी के 400 कर्मचारियों का एक ग्रुप बनाया है जो कंपनी के अंदर जातिगत भेदभाव का विरोध करता है।

वो गूगलर्स फॉर फोर्स्ड आर्ब्रिट्रेशन की संस्थापक भी हैं और गूगल न्यूज़ में प्रोजेक्ट मैनेजर भी हैं।

लेकिन सुंदरराजन के टॉक शो के ख़िलाफ़ कंपनी के अंदर एक आंतरिक संदेश प्रसारित किया गया और इसे विवाद का स्वरूप दिया गया जिसके बाद ये टॉक  शो रद्द कर दिया गया।

यही नहीं तनूजा गुप्ता के ख़िलाफ़ एचआर की ओर से एक जांच भी बैठा दी गई। जिसकी वजह से अपनी सुरक्षा का हवाला देते हुए तनूजा गुप्ता ने कंपनी इस्तीफ़ा दे दिया।

https://twitter.com/tanuja822/status/1515294197317840900/photo/1

 Google साफ साफ मुकर गया

इक्वलिटी लैब्स के आरोप के जवाब में google के प्रवक्ता शैनन न्यूबेरी ने वाशिंगटन पोस्ट से कहा, हमारे कार्यस्थल पर जातिगत भेदभाव के लिए कोई जगह नहीं है।

अपने कार्यालय में भेदभाव और जातीय उत्पीड़न के खिलाफ हमारे यहां स्पष्ट नीति है।

यह बात सभी लोग जानते हैं। उल्लेखनीय है कि भारतीय-अमेरिकी कर्मचारी ने इस मामले में पद से त्यागपत्र दे दिया है।

(वर्कर्स यूनिटी स्वतंत्र निष्पक्ष मीडिया के उसूलों को मानता है। आप इसके फ़ेसबुकट्विटर और यूट्यूब को फॉलो कर इसे और मजबूत बना सकते हैं। वर्कर्स यूनिटी के टेलीग्राम चैनल को सब्सक्राइब करने के लिए यहां क्लिक करें। मोबाइल पर सीधे और आसानी से पढ़ने के लिए ऐप डाउनलोड करें।)

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.