लखीमपुर खीरीः जेल में बंद किसानों से मिले SKM नेता, जिलाधिकारी कार्यालय तक विरोध मार्च

लखीमपुर खीरी में SKM के कार्यकर्ताओं का जिलाधिकारी कार्यालय पर चल रहा 75 घंटे का धरना आज भी जारी है।

कार्यकर्ताओं ने जेल में बंद निर्दोष किसानों को रिहा करने और ब्याज सहित बकाया गन्ना मूल्य भुगतान करने की मांग करी है।

संयुक्त किसान मोर्चा नेता लखीमपुर खीरी में अपने धरना प्रदर्शन के अंतिम दिन शनिवार को जिलाधिकारी कार्यालय तक मार्च निकालेंगे।

शुक्रवार को महापड़ाव में किसानों ने भारी संख्या में अपना योगदान दिया। महापड़ाव के दौरान संयुक्त किसान मोर्चा टीम ने झूठे केसों में जेल में बंद किसानों से मुलाकात की।

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महापड़ाव के दबाब में प्रशासन ने पहली बार संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं को जेल में बंद किसानों से मिलने की अनुमति दी।

जेल में किसानों से मुलाकात करने के लिए SKM के राकेश टिकैत, डा दर्शन पाल, जोगेन्द्र सिंह उगराहा, मंजीत राय, सुरेश कोथ, डा आशीष मित्तल तजिन्दर सिंह विर्क रणजीत सिंह राजू ऋचा सिंह गुरअमनीत सिंह मांगट शामिल रहे।

महापड़ाव के मंच पर शहीद किसानों के परिवारीजनों एवं घायल किसानों का हरा साफा भेंटकर सम्मानित किया।

आंदोलन को तेज करने का किया ऐलान

महापड़ाव में शामिल किसान संगठनों के नेताओं की बैठक में निर्णय लिया है कि राज्य सरकार से लखीमपुर किसान हत्या कांड के मामले में वादाखिलाफी आंदोलन तेज किया जाएगा।

बैठक के दौरान प्रशासन से मांग की कि संयुक्त किसान मोर्चा के साथ मुख्यमंत्री से इस संबंध में वार्ता निर्धारित करें। सभी किसान संगठनों ने कल 11 बजे के बाद जिलाधिकारी कार्यालय तक मार्च निकालने का ऐलान किया है।

जिलाध्यक्ष राजपाल सिंह, चौधरी अशोक कुमार, मेवाराम और मुकेश तोमर ने कहा कि जनपद में हो रहे भूमि अधिग्रहण में किसी भी गड़बड़ी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

सभी किसानों को एक समान मुआवजा मिले। उन्होंने कहा कि देश की तरक्की के लिए सभी नागरिकों को एक समान शिक्षा मिलनी चाहिए। सरकार किसानों को नियमानुसार 14 दिन के अंदर गन्ना मूल्य दिलाने को सुनिश्चित करे।

समय पर भुगतान नहीं कराने वाली शुगर मिलों से बकाया गन्ना मूल्य पर ब्याज दिलाया जाए।

अध्यक्षता पहल सिंह और संचालन जिले सिंह ने किया। रघुवीर सिंह, अरुण राणा, बबलू, सुरेश सैनी, देशपाल सिंह, प्रवीण कुमार, भूपेंद्र त्यागी, ब्रजपाल सैनी, धर्मवीर, प्रदीप भांकला, प्रीतम सिंह, ऋषिपाल सिंह, बबलू, अमित मुखिया, अजनीश, नीतू, मनोज, नरेंद्र, ईश्वरचंद आर्य, भोपाल सिंह आदि ने भी विचार रखे।

इस दौरान अकबर, कालू प्रधान, इमरान, सरदार परविन्दर सिंह, सालिम, भूरा, राजवीर, योगेंद्र सिंह, कादिर, राजेंद्र, देवेंद्र, नईम खां, नरेश यादव आदि मौजूद रहे।

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