रेलवे में 72000 नौकरियां समाप्त करने को लेकर बरेली में प्रदर्शन, रेलवे यूनियन ने कहा- पहले सरकार 2.5 लाख खाली पद भरे

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भारतीय रेलवे में नॉन सेफ़्टी कैटेगरी में खाली पड़े आधे पदों यानी क़रीब 72000 पदों को ख़त्म किए जाने को लेकर कर्मचारी यूनियनों ने आपत्ति जताई है।

शुक्रवार को बरेली में एआईआरएफ ने मोदी सरकार के इस कदम का विरोध किया और धरना प्रदर्शन आयोजित किया।

यूनियन नेताओं का कहना है कि रेलवे बोर्ड ने बीते 20 मई को तुगलकी फरमान जारी कर नॉन सेफ्टी कैटेगिरी के 50% पदों को समर्पण किये जाने का आदेश बिना फेडरेशन/यूनियन को संज्ञान में लिए जारी हैं।

उत्तरपूर्वी रेलवे के मजदूर यूनियन के केंद्रीय अध्यक्ष बसन्त चतुर्वेदी के नेतृत्व में कर्मचारियों ने इज्जतनगर पर शाम 5 बजे इकट्ठा होकर इसआदेश के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन किया।

बसन्त चतुर्वेदी ने कहा कि “रेलवे बोर्ड ने बिना यूनियन से वार्ता किये मनमाने ढंग से यह आदेश जारी किया है जो रेलवे कर्मचारियों के साथ धोखा है जिसे यूनियन बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगी, क्योंकि इस आदेश के लागू होने से कई कर्मचारियों का भविष्य अंधकारमय हो जायेगा।”

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रेलवे में 2.5 लाख पद खाली

उन्होंने कहा कि “रेलवे पहले से ही स्टाफ की कमी से जूझ रही है। वर्तमान में करीब 2.5 लाख पद खाली चल रहे हैं जिन्हें भरने की बजाय पदों को सरेंडर किया जा रहा है। इससे कर्मचारियों पर कार्य का अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है और वे बेहद मानसिक तनाव में कार्य कर रहें हैं।”

उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने अपनी इस साजिश को वापस नहीं लिया तो आर पार की लड़ाई लड़ी जाएगी।

केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बीएन सिंह ने कहा कि सरकार राकेश मोहन कमेटी की नीतियों को धीरे-धीरे लागू कर रही है जिसमें नॉन सेफ्टी कैटेगिरी के पदों का 50% समाप्त करने का रेलवे बोर्ड द्वारा निर्णय लिया गया है जिसका एआईआरएफ के आह्वान पर इससे सम्बंधित सभी रेलवे की यूनियन द्वारा जोनल, मण्डल एवं ब्रान्च स्तर पर पुरजोर विरोध किया जायेगा।

मंडल अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह मलिक ने बताया कि कर्मचारियों के हक की लड़ाई में एन.ई. रेलवे मजदूर यूनियन किसी भी हद तक संघर्ष करने के लिए कृत संकल्पित है।

उन्होंने यह भी कहा कि नॉन सेफ्टी कैटेगरी के लगभग 72000 पदों को सरेंडर करने की सरकार की योजना है जिसके खिलाफ कर्मचारियों को एकत्रित होकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और पदों को समर्पण ना करने की चेतावनी भी दी।

वर्कशॉप मण्डल मंत्री राम किशोर ने बताया कि ‘रेलवे बोर्ड की मनमानी हम नही चलने देंगे। सरकार रेलवे कर्मचारियों के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है क्योंकि आज जहां कर्मचारियों की भर्ती करनी चाहिए वहीं सरकार निकालने पर उतारू है जिसे बर्दाश्त नही किया जायेगा और इसका पुरजोर विरोध किया जायेगा।’

आज के कार्यक्रम की अध्य्क्षता आबिदुद्दीन ने की।इस मौके पर रोहित सिंह, सोमनाथ बैनर्जी, आराम सिंह, आर.के.पांडेय, नूतन प्रकाश, शेखर गुप्ता, राम किशोर, मोहन लाल, जितेंद्र,हरीश भारती,महीप कश्यप, ताजुद्दीन खां, मुबारक अंसारी,इंद्र सिंह सक्सेना, मनोज श्रीवास्तव,देव प्रकाश,मो. युनुस, धर्मपाल, अनुराग शुक्ला, शकील अहमद, भुवनेश कुमार, अनिल सेठ, प्रदीप गुप्ता, ओम प्रकाश, राजवीर, सचिन, पवन मिश्रा, हर्ष सक्सेना,अभयमोहन शर्मा,आसिम,साजिद एवं नरमू के मीडिया प्रभारी आरिफ हुसैन इत्यादि उपस्थित थे।

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