ग्रेनाइट खदान में भीषण विस्फोट से 3 मजदूरों की दर्दनाक मौत, एमपी में 6 मज़दूर ज़िंदा दफ़्न

मध्यप्रदेश की सीमा पर उत्तरप्रदेश के महोबा जिले में ग्रेनाइट खदान में भीषण विस्फोट होने से तीन मजदूरों की मौत हो गई, जबकि दो की हालत नाजुक है।

उधर, मध्यप्रदेश के शहडोल में एक और दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें छह मज़दूरों की मौत हो गई। शनिवार को छुई मिट्‌टी (सफेद मिट्टी) की खदान धंसने से ये हादसा हुआ। मृतकों में तीन नाबालिक व 2 महिला मज़दूर हैं।

ख़बर के अनुसार, महोबा जिले के कबरई क्षेत्र में पहरा गांव के पास खदान में पहला हादसा हुआ। पुलिस के अनुसार, 12 जून को उस वक्त हुआ, जब लगभग दर्जनभर मजदूर पत्थर तोडऩे के लिए बारूद और आईडी बिछा रहे थे।

पुलिस के अनुसार, घटना के समय मौसम खराब था, घने बादल मंडरा रहे थे। इसी दौरान तेज गडग़ड़ाहट के साथ वहां आसमान से बिजली गिर गई। बिजली के गिरते ही बारूद में भीषण विस्फोट हो गया।

चट्टानें टूटकर इतनी तेजी से उछलीं कि तीन मजदूरों के देखते ही देखते चीथड़े उड़ गए। खदान में कोहराम मच गया, राहत कार्य में तेज बारिश के चलते बचाव व राहत का काम करना मुश्किल हो गया।

मजदूर डालचंद और बाला की मौके पर ही मौत हो गई। रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर मलबे में दबे लोगों को निकाला गया।

गंभीर रूप से घायल बुद्दु, महिपाल और हरप्रसाद को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान बुद्दु ने दम तोड़ दिया। हादसे के बाद मौके पर पहुंचे डीएम अवधेश तिवारी ने इसे दैवीय आपदा बताया।

एक मृतक की मां सरोज का कहना है कि उनका बेटा खदान में काम करने जाता था लेकिन उसका कोई समय नहीं बंधा था। उनके बेटे को रात में भी किसी भी वक्त बुला लिया जाता था।

सूत्रों का कहना है कि पत्थरमंडी कबरई के पहाड़ में नियमों को दरकिनार करके ब्लास्टिंग के चलते पहले भी तमाम हादसे हो चुके हैं।

 

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