भारत में कारों का निर्माण बंद करेगी फोर्ड, खतरे में 4000 मजदूरों की नौकरी

ford

अमेरिकी वाहन निर्माता कंपनी फोर्ड मोटर ने यह घोषणा की है कि वह अब भारत में फोर्ड कार नहीं बनाएगी। उसने यह फैसला लगातार हो रहे नुकसान के चलते लिया है।

फोर्ड ने साल 1995 में भारत में प्रवेश किया था और तब से देश भर में नए और मौजूदा ग्राहकों के लिए मैन्युफैक्चरिंग सुविधाओं के साथ बिक्री और सेवा केंद्रों का एक नेटवर्क स्थापित करने के लिए अरबों डॉलर का निवेश किया है।

लेकिन यह कारगर नहीं हुआ और भारत में 25 वर्षों के मैन्युफैक्चरिंग कार्यों के बाद फोर्ड इसे समाप्त कर रहा है।

फोर्ड द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार कंपनी धीरे-धीरे भारत से बाहर चली जाएगी। वह 2021 की चौथी तिमाही तक गुजरात में अपनी साणंद फैक्ट्री और 2022 की दूसरी तिमाही तक चेन्नई में वाहन और इंजन निर्माण सुविधा को बंद कर देगी।

वैसे तो कंपनी की कारें जैसे की फोर्ड इकोस्पोर्ट लोकप्रिय हो रही थीं बावजूद इसके कंपनी नुकसान झेल रही थी। फोर्ड ने पिछले 10 वर्षों में $ 2 बिलियन से अधिक का परिचालन घाटा (ऑपरेटिंग नुकसान) और 2019 में $ 0.8 बिलियन की गैर-ऑपरेटिंग संपत्ति का अपलेखन (write down) किया।

इस बीच, फोर्ड मौजूदा ग्राहकों को चालू पुर्जे, सेवा और वारंटी सहायता प्रदान करना जारी रखेगी।

कंपनी ने जारी की विज्ञप्ति में बताया कि शटडाउन के साथ लगभग 4,000 कर्मचारियों की नौकरी जाने की उम्मीद है।

(साभार- बिजनेस इनसाइडर)

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