महाराष्ट्र में कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली 70,000 से अधिक सामुदायिक महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता 24 सितंबर को राजव्यापी हड़ताल पर जाएंगी। उन्होंने यह फैसला पिछले कुछ महीनों से उनके मानदेया के विभिन्न घटकों के 4,000 रुपये का भुगतान नहीं किए जाने के चलते लिया है।
इनमें केंद्र द्वारा वादा किए गए 1,000 रुपये का मासिक कोविड प्रोत्साहन और महाराष्ट्र सरकार द्वारा 3,000 रुपये की नई घोषित मासिक वृद्धि शामिल है।
आशा के नाम से जानी जाने वाली इन स्वास्थ्य कर्मियों को विभिन्न प्रकार की नौकरियों के आधार पर या गणना के आधार पर प्रोत्साहन मिलता है जो वे एक महीने में करते हैं।
इस बारे में बताते हुए आशा कार्यकर्ताओं के एक राज्यव्यापी संघ ‘महाराष्ट्र राज्य गतप्रवर्तक अनी अश्वस्वयंसेविका संघ’ की अध्यक्ष एमए पाटिल ने बताया कि हमारा लक्ष्य 24 सितंबर को देश भर में इन श्रमिकों की राज्यव्यापी हड़ताल करना है।
पाटिल ने आगे बताया, “हमें अप्रैल 2021 से 2,000 रुपये का बढ़ा हुआ भुगतान और जुलाई 2021 से अतिरिक्त 1,000 रुपये का भुगतान नहीं मिला।इसके अलावा, केंद्र ने हमें इस साल अप्रैल से 1,000 रुपये का कोविड प्रोत्साहन देना भी बंद कर दिया। ”
इस बारे में अभी तक एन रामास्वामी, आयुक्त (परिवार कल्याण) और निदेशक, एनएचएम, महाराष्ट्र अध्याय की तरफ से टिप्पणी सामने नहीं आई है।
(साभार- टाइम्स ऑफ इंडिया)