सनक में लागू कर्फ्यू से मज़दूर हलकान, एक जत्था तीन दिन में जयपुर से पहुंचा आगरा

workers walking through jaipur agra

सनक में पूरे देश में अचानक लगाए गए कर्फ़्यू के कारण मज़दूरों को भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है।

अचानक सबकुछ बंद हो जाने से सड़क पर आ गए मज़दूरों की साहसिक कहानियां दिन भार फिजा में तैरती रहीं।

पूरे देश में लागू लॉकडाउन के बीच बिहार के 14 मजदूर जयपुर से पैदल ही निकल पड़े हैं और अपने घर जा रहे हैं।

ये लोग तीन दिन में जयपुर से आगरा पहुंचे हैं। हालांकि, खाने-पीने की चीजें ना मिलने के कारण इन्हें भूखे-प्यासे ही रास्ता तय करना पड़ रहा है।

देश में 14 अप्रैल तक कर्फ्यू लगा दिया गया है। ट्रेन और बस सेवा बंद होने के बाद बिहार के 14 मजदूर राजस्थान से पैदल ही निकल पड़े हैं।

जयपुर से चले थे बिहार को

बिहार में अपने घर जा रहे ये मजदूर तीन दिन पैदल चलकर जयपुर से आगरा तक पहुंचे हैं। अभी भी इन्हें लगभग 1000 किलोमीटर का रास्ता तय करना है। भूख-प्यास से इन सभी की हालत खराब है।

लॉकडाउन के बाद जयपुर में कोल्ड स्टोरेज में काम करने वाले 14 मजदूर वहां से पैदल बिहार अपने घर जाने के लिए निकल पड़े हैं। कई दिक्कतों का सामना करते हुए मंगलवार को ये आगरा पहुंचे।

इनमें से एक बिहार के सिफॉल निवासी सुधीर कुमार ने बताया कि एक महीने पहले अपने 14 साथियों के साथ जयपुर के कोल्ड स्टोरेज में काम करने के लिए गया था।

अभी 25 दिन ही हो पाए थे कि सरकार के आदेश पर कोल्ड स्टोरेज को बंद कर दिया गया।

इसके बाद कोल्ड स्टोरेज मालिक ने दो हजार रुपये देकर उन्हें घर भेज दिया। मगर जयपुर में कर्फ्यू लगा हुआ है। इस कारण कोई वाहन नहीं चल रहा।

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तीन दिन में जयपुर से आगरा पहुंचे

ये सभी 14 लोग अपने साथियों के साथ पैदल ही घर के लिए निकल गए हैं। 21 मार्च को ये सभी जयपुर से निकले थे और मंगलवार को आगरा पहुंच पाए हैं।

रास्ते में खाने-पीने का सामान न मिल पाने की वजह से भूखे पेट चल रहे हैं। रास्ते में जो मिल जाता है, उसी से पेट भर लेते हैं।

उन्हें करीब 1000 किलोमीटर दूर अपने जिले में जाना है।

इस ग्रुप में प्रभास, संजीत, श्याम, विनोद, सुग्रीव, पवन, गुलशन, रंजीत, दीपनारायण, भूपेंद्र, मनोज, अर्जुन और सुधीर कुमार आदि चल रहे हैं। रास्ते में पुलिस रोकती है तो वे पैदल अपने घर जाने के लिए कह देते हैं।

(एनबीटी से साभार। रिपोर्ट आगरा से अनिल शर्मा।)

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