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ramendra migrant worker rohtas bihar

फ्री लंच, सैनिटाइजर और पंखे देकर मजदूरों को रोक रहे तेलंगाना, आंध्र के राइस मिल मालिक

कोरोना की दूसरी लहर के चलते प्रवासी मजदूरों ने पिछले साल की तरह अपने घरों की तरफ वापस जाना शुरू कर दिया है। तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में राइस मिल …

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प्रवासी मज़दूरों के वैक्सिनेशन को प्राथमिकता देने और आर्थिक मदद की मांग तेज़

अलग-अलग उम्र के लोगों के लिए वैक्सिनेशन अभियान शुरु किया जा रहा है लेकिन प्रवासी मजदूर अभी भी किसी सरकार की प्राथमिकता में नहीं हैं। देश में कोरोना के बढ़ते …

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कोरोना से बचा तो आधे सफ़र में ही टीबी से हुई प्रवासी मज़दूर की मौत

कोरोना संक्रमण के कारण काम-धंधा बंद होने के बाद अपने घर जा रहे बिहार के प्रवासी मजदूर नरेश पंडित (50) की बस में हालत बिगड़ गई। शनिवार को आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे …

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दिल्ली सरकार का लॉकडाउन के दौरान श्रमिकों को 5-5 हजार रुपये की आर्थिक मदद करने का वादा

कोरोना संक्रमण के मद्देनजर राजधानी में लगाए गए लॉकडाउन के दौरान दिल्ली सरकार प्रवासी, दिहाड़ी और निर्माण कार्य लगे मजदूरों के रहने, खाने और उनके अन्य जरूरतों को पूरा करेगी। …

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‘जेब और पेट दोनों खाली हैं, इससे अच्छा तो लॉकडाउन था कम से कम नाम का ही खाना तो मिल जाता था’

कोरोना महामारी की वजह से लगे लॉकडाउन को एक साल होन गये हैं। जिस मज़दूर वर्ग को लॉकडाउन का सबसे ज़्यादा नुक़सान हुआ वो अब भी बेहद तक़लीफ़ में हैं। सैकड़ों …

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