पाकिस्तान: डेनिम फैक्ट्री से निकाले गए 4000 मजदूरों ने की बहाली की मांग, कराची में प्रदर्शन

Pakistan denim factory workers

नेशनल ट्रेड यूनियन फेडरेशन पाकिस्तान (NTUF) और होम-बेस्ड वुमन वर्कर्स फेडरेशन (HBWWF) ने रविवार को एक डेनिम या जींस निर्माण कंपनी के 4000 से अधिक मजदूरों की बर्खास्तगी के खिलाफ आवाज उठाने के लिए विरोध प्रदर्शन किया।

Dawn कि खबर के मुताबिक इस कंपनी को कई अंतरराष्ट्रीय फैशन ब्रांडों के लिए कपड़ों के सबसे बड़े उत्पादकों में से एक कहा जाता है।

कराची प्रेस क्लब के बाहर विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व सामी साहिर और हिम्मत फुलप्टो ने बड़ी संख्या में छंटनी किए गए मजदूरों के साथ किया।

विरोध प्रदर्शन में भाग लेने वाले मजदूर नेताओं ने मांग की कि बर्खास्त किए गए मजदूरों को बहाल किया जाए और उनका लाभ वापस दिया जाए।

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प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए प्रभावित मजदूरों ने कहा कि डेनिम क्लोदिंग कंपनी की कई इकाइयां हैं जहां हजारों कर्मचारी कार्यरत हैं। कोरंगी औद्योगिक क्षेत्र स्थित इसी कंपनी की एक इकाई कर्मचारियों को इस्तीफा सौंपने के लिए मजबूर कर रही थी।

यूनिट में 2000 महिलाओं सहित लगभग 4000 कर्मचारी थे, जो कथित तौर पर अमानवीय परिस्थितियों में काम कर रहे थे।

अब उनमें से जिन लोगों ने अपना इस्तीफा नहीं सौंपा है, उन्हें परेशान किया जा रहा है और गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी जा रही है, जिसमें उनके बकाया के बिना काम से बाहर कर दिया जाना शामिल है।

ये मजदूर पांच से 10 साल से फैक्ट्री में काम कर रहे थे। अब उन्हें सरकार द्वारा घोषित न्यूनतम वेतन 25,000 रुपये और ईद बोनस के वितरण से बचने के लिए, प्रबंधन ने अवैध छंटनी शुरू कर दी।

उन्होंने कहा कि फैक्ट्री मैनेजमेंट थर्ड-पार्टी कॉन्ट्रैक्ट सिस्टम लागू करने की योजना बना रहा है, जो श्रम कानूनों के खिलाफ है।

मजदूरों ने कहा कि भले ही कारखाने ने अंतरराष्ट्रीय फैशन ब्रांडों के लिए माल का उत्पादन हो रहा हो, डेनिम कपड़ों की कंपनी में श्रम कानूनों का उल्लंघन जारी है।

इन ब्रांडों ने इंडस्ट्रियल ग्लोबल यूनियन (IGU) के साथ ग्लोबल फ्रेमवर्क एग्रीमेंट (GFAs) में प्रवेश किया है कि आपूर्ति करने वाले कारखाने स्थानीय और अंतर्राष्ट्रीय श्रम कानूनों का पूरी तरह से पालन करेंगे। लेकिन फैक्ट्री पिछले 10 साल से समझौते का उल्लंघन कर रही है।

कारखाने ने अपने मजदूरों को लिखित एम्प्लोयी कॉन्ट्रैक्ट नहीं दिया है, जिनमें से अधिकांश लोग उमरदराज मजदूरों को मिलने वाले फायदे (Employees Old-age Benefit Institutions – EOBI), पेंशन और बाकी सामाजिक सुरक्षा से वंचित हैं।

वक्ताओं ने आरोप लगाया कि वहां की महिला कामगारों को यौन उत्पीड़न और हिंसा का शिकार होना पड़ता है और उन्हें यूनियन गठन और सामूहिक सौदेबाजी के अधिकार जैसे उनके बुनियादी अधिकारों से वंचित रखा गया।

कंपनी में मजदूरों के मौलिक अधिकारों के हनन के खिलाफ लेबर डिपार्टमेंट में लिखित शिकायत दर्ज कराई गई थी। लेबर डिपार्टमेंट ने कारखाना प्रबंधन से जवाब मांगा था, लेकिन प्रबंधन ने लेबर डिपार्टमेंट के नोटिस को अनदेखा कर दिया और किसी भी पूछताछ का जवाब देने से इनकार कर दिया।

बर्खास्त कर्मचारियों की बहाली की मांग करते हुए, उन्होंने अंतरराष्ट्रीय ब्रांडों से GFA का पालन करने और अपने स्थानीय सप्लायरों को कॉन्ट्रैक्ट में दिए गए लेबर स्टैन्डर्ड का सम्मान करने और उन्हें लागू करने के लिए मजबूर करने के लिए कहा।

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