फॉक्सकान में 8 महिला वर्करों की मौत की अफवाह, हज़ारों ने बेंगलुरू हाईवे जाम किया

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तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर विशेष औद्योगिक इलाके (एसईज़ेड) में स्थित कुख्यात फॉक्सकान कंपनी में कार्यरत 8 महिलाओं की मौत की ख़बर के बाद हंगामा शुरू हो गया।

हालांकि द हिंदू की एक ख़बर के अनुसार, मौत की बात अफवाह थी।

अख़बार ने एक अज्ञात अधिकारी के हवाले से कहा है कि ‘तीन दिन पहले फॉक्सकान की एक डारमेट्री में फूड प्वाइज़निंग की घटना घटी जिसमें चार लड़कियां बीमार हुई थीं। अब वो ख़तरे से बाहर हैं और अस्पताल से डिस्चार्ज हो गई हैं।’

https://www.facebook.com/watch/live/?ref=watch_permalink&v=982448362646947

इसी अज्ञात अधिकारी के हवाले से अखबार ने कहा है कि थिरुवल्लूर के कलेक्टर ने भी इसकी पुष्टि की है।

गौरतलब है कि शुक्रवार आधी रात से ही हज़ारों की संख्या में वर्करों ने बेंगलुरू हाईवे को जाम कर दिया था, लेकिन घटना के पांच घंटे बीत जाने के बाद भी मीडिया में इसके बारे में कोई कवरेज नहीं थी। जबकि सोशल मीडिया पर तरह तरह की ख़बरें थीं।

एक सोशल मीडिया यूज़र ने ट्वीट किया कि प्लांट के कैंटीन में खाना खाने के बाद 2000 महिला वर्करों की तबियत ख़राब हो गई थी।

एक  अन्य ट्विटर यूज़र ने आरोप लगाया कि कंपनी इस पूरे गंभीर मामले को दबाने में लगी हुई थी, जिसके बाद वर्करों का आक्रोश फूट पड़ा।

मीडिया में इसकी कोई ख़बर न होने से सोशल मीडिया पर लोग सवाल खड़ा कर रहे हैं और महिला वर्करों के लिए इंसाफ़ की मांग कर रहे हैं।

हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक शुक्रवार को ये अफवाह फैली कि चार लड़कियों में से एक की मौत हो गई है, लेकिन एक अधिकारी ने बताया कि ये सिर्फ अफवाह थी और इसकी पुष्टि तिरुवल्लूर के कलेक्टर भी कर चुके हैं।

फॉक्सकान ऐप्पल आईफ़ोन बनाती है और पूरी दुनिया में वर्करों के साथ अत्यंत शोषण करने के लिए कुख्यात है।

कुछ साल पहले चीन के फॉक्सकान प्लांट में अतिशय काम की वजह से वर्करों में आत्महत्या की प्रवृत्ति बढ़ गई थी, जिसके लिए कंपनी को तीखी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा।

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