हीरो कंपनी ने अपने सारे प्लांट 1 मई तक बंद किए, कोरोना विस्फ़ोट को देखते हुए कई कंपनियों में शटडाउन

hero moto corp

देश की अग्रणी दोपहिया वाहन निर्माता कंपनी हीरो मोटोकार्प ने अपने सभी प्लांटों को एक मई 2021 तक के लिए बंद करने का ऐलान किया है।

हीरो मोटोकार्प की घोषणा के बाद उसे आपूर्ति करने वाली कंपोनेंट मेकर मझोली कंपनियां भी कोरोना संक्रमण के डर से अपने प्लांट बंद कर रही हैं।

कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमण विस्फ़ोट के बावजूद भले ही बीजेपी सरकारें लॉकडाउन से परहेज कर रही हों लेकिन औद्योगिक इलाकों में मज़दूर लगातार संक्रमित हो रहे हैं और इससे बेचैनी बढ़ रही है।

इंडियन एक्स्प्रेस की ख़बर के अनुसार, मंगलवार को हीरो मोटोकार्प ने अपने सारे प्लांट और ग्लोबल पार्ट्स सेंटर (जीपीसी) को 22 अप्रैल से एक मई के बीच चरणबद्ध तरीके से बंद करने की घोषणा की।

औद्योगिक इलाके में यह पहला बड़ा उत्पादनकर्ता है जिसने एहतियात के तौर पर उत्पादन बंद करने का फैसला लिया है। हालांकि सरकार लगातार कह रही है कि राष्ट्रीय स्तर पर लॉकडाउन लगाने की ज़रूरत नहीं।

उधर हरियाणा के ऑटो सेक्टर हब में गुड़गांव से लेकर बावल तक के औद्योगिक इलाके में उत्पादन बंद को लेकर असमंजस बरकरार है।

ऑटो कंपोनेंट मेकर कंपनी बेलसोनिका यूनियन के वाइस प्रेसिडेंट अजीत कुमार ने कहा कि ‘जिस समय कोरोना अपने सबसे घातक रूप में हमलावर है, मज़दूरों से लगातार उत्पादन कराया जाना, अमानवीय है।’

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी कहा है कि मज़दूर उत्पादन में लगे रहे हैं, सरकार लॉकडाउन नहीं लगाने जा रही। जबकि गुड़गांव में ऑक्सीजन और अस्पताल बेड ख़त्म हो गए हैं लेकिन अभी भी वहां लॉकडाउन नहीं लगाया गया है। एक दिन पहले केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी कहा कि औद्योगिक उत्पादन को जारी रखा जाएगा।

पीएम मोदी ने भी मंगलवार को राष्ट्र के नाम संबोधन में पूरे देश में लॉकडाउन लगाने की संभावनाओं को खारिज किया है।

हीरो मोटोकार्प ने अपने बयान में कहा है कि ‘पूरे देश में कोरोना मामलों में बेतहाशा बढ़ोत्तरी को देखते हुए और अपने लोगों की सुरक्षा और कल्याण के लिए प्रतिबद्धता को ध्यान में रखते हुए हीरो मोटोकार्प ने पूरे देश में अपने प्लांटों में अस्थाई तौर पर उत्पादन को बंद करने का फैसला लिया है।’

हीरो मोटोकार्प दुनिया की अग्रणी दोपहिया वाहन निर्माता कंपनियों में से एक है। इसके छह प्लांट हैं जिनकी कुल उत्पादन क्षमता एक करोड 16 लाख यूनिट है। इसके प्लांट हरिद्वार, धारूहेड़ा, गुड़गांव, नीमराना, वडोदरा और चित्तूर में स्थित हैं।

इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, कंपनी ने मार्च 2020 में अपने वार्षिक रिपोर्ट में बताया है कि हीरोमोटोकार्प में 8,599 परमानेंट कर्मचारी और 21,091 अस्थाई, ठेका और कैजुअल कर्मचारी हैं।

कंपनी का ग्लोबल पार्ट्स सेंटर चरणबद्ध तरीके से 22 अप्रैल से एक मई के बीच चार दिन तक बंद रहेगा। बयान में कहा गया है कि इस शटडाउन के कंपनी की आपूर्ति क्षमता प्रभावित नहीं होगी। उत्पादन में नुकसान की भरपाई अगले तिमाही में पूरी कर ली जाएगी।

बयान के अनुसार, इस शटडाउन के बाद ही सभी प्लांटों में काम शुरू होगा। कंपनी ने कहा है कि शटडाउन के दौरान ज़रूरी मरम्मत कार्य किए जाएंगे।

इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, फ़ेडरेशन ऑफ़ इंडियन माइक्रो एंड स्माल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज के सेक्रेटरी जनरल अनिल भारद्वाज ने कहा कि उनके एसोसिएशन से जुड़े कुछ अन्य कंपनियों ने उत्पादन बंद करने का ऐलान किया है।

उन्होंने कहा कि अबकी बार चूंकि राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन नहीं लगने जा रहा, इसलिए ये महत्वपूर्ण है कि कंपनियां स्थानीय हालात को देखते हुए खुद ही शटडाउन पर फैसला लें।

उधर मेरठ में स्थित अग्रणी बिजली ट्रांसफार्मर निर्माता कंपनी कनोहर इलेक्ट्रिकल्स ने भी सोमवार से तीन दिन से लिए अपने प्लांट बंद करने की घोषणा की है।

इंडियन एक्स्प्रेस के अनुसार, कंपनी के एमडी दिनेश सिंघल ने कहा कि बुधवार तक चार दिन शटडाउन के बाद स्थिति का आंकलन किया जाएगा।

उन्होंने ये भी कहा कि आने वाले समय में भी कर्मचारियों को रोटेट करने और जो महत्वपूर्ण काम नहीं उन्हें निलंबित किए जाने की योजना भी अमल में लाई जाएगी।

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