बेलसोनिका : यूनियन व मज़दूरों ने फिर किया टूल डाउन

बेलसोनिका यूनियन व मज़दूरों ने आज, 30 मार्च को एक बार फिर 2 घंटे का टूल डाउन किया।

यूनियन का कहना है कि बेलसोनिका प्रबंधन की तानाशाही, उकसावे पूर्ण कार्रवाही, छंटनी की मंशा, फैक्ट्री के भीतर बाउंसरो के आतंक के खिलाफ बेलसोनिका यूनियन ने सुबह 7 बजे काम रोक दिया।

उल्लेखनीय है कि बीते 1 मार्च को  यूनियन ने सुबह की शिफ्ट में टूल डाउन किया था। ऐसा इसलिए किया गया था क्योंकि बेलसोनिका प्रबंधन द्वारा तीन स्थाई मजदूरों को नौकरी से बर्खास्त कर दिया था।

यूनियन का कहना था कि उसने बेलसोनिका प्रबंधन से कई बार बर्खास्त मज़दूरों को वापस लेने की अपील की लेकिन प्रबंधन ने इनको लेने से मना कर दिया।

यूनियन के फेस बुक पेज से मिली जानकारी के मुताबिक, बेलसोनिका प्रबंधन ने श्रम विभाग व अतिरिक्त उपायुक्त के साथ चल रही समझौता/समाधान वार्ताओं के दौरान 3 यूनियन पदाधिकारियों को दिनांक 17 मार्च 2023 को निलंबित कर दिया तथा दिनांक 28 मार्च 2023 को क्वॉलिटी विभाग के रमेश व पारस नामक दो मज़दूरों को आरोप पत्र जारी किये थे तथा दिनांक 29 मार्च 2023 को दो यूनियन पदाधिकारियों पिंटू कुमार यादव व दिनेश सिंह को भी आरोप पत्र दिए। लेकिन प्रबंधन द्वारा जारी सभी पत्रों को यूनियन व मज़दूरों द्वारा ख़ारिज कर दिया गया।

यूनियन ने इसका पुरजोर विरोध किया साथ ही रैली और सामूहिक भूख हड़ताल का भी आयोजन किया था।

यूनियन के प्रधान मोहिंदर कपूर ने बताया कि प्रबंधन अभी भी अपनी उकसावे पूर्ण कार्रवाई से बाज नहीं आरहा है। प्रबंधन लगातार कंपनी में अराजकतत्वों को तैनात कर रहा है। उनका कहना है कि एक तरफ अतिरिक्त उपायुक्त की समाधान वार्ताओं में दोनों पक्षों को शांति बनाए रखने के निर्देष दिए जा रहे है। लेकिन बेलसोनिका प्रबंधन अतिरिक्त उपायुक्त के शांति निर्देश को ठेंगा दिखा रहे है।

यूनियन का कहना है कि बेलसोनिका प्रबंधन अपनी छंटनी की मंशा को नहीं त्याग रहा है। इसके खिलाफ यूनियन लगातार संघर्ष कर रही है।

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