बीजेपी सरकार ईस्ट इंडिया कंपनी जैसी है, कश्मीर को अफ़ग़ानिस्तान बनाने पर तुली: महबूबा मुफ़्ती

बीजेपी सरकार इस्ट इंडिया कंपनी की तरह है और जम्मू कश्मीर में अतिक्रमण विरोधी अभियान की आड़ में ज़मीनें छीन रही है।

ये कहना था जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी (पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी) प्रमुख महबूबा मुफ़्ती का।

बीजेपी पर अबतक का सबसे बड़ा हमला बोलते हुए बीते सोमवार को उन्होंने कश्मीर की तुलना फ़लस्तीन से करते हुए कहा कि भाजपा ने इसराइल से सीख लेकर बुलडोज़र चला रही है।

उन्होंने कहा, “अगर आज आप कश्मीर जाएंगे तो आपको वह अफगानिस्तान जैसा लगेगा क्योंकि यहां इतने बुलडोज़र हैं। अतिक्रमण के नाम पर लोगों को अपनी ज़मीन से निकाला जा रहा है। भाजपा ने शायद इसराइल से सबक लिया है, जैसा वह फ़लस्तीन के साथ करता है वैसा भाजपा कर रही है।”

उन्होंने कहा, “मेरे ख़याल से किसी भी राज्य में इतने बुलडोज़र नहीं गए होंगे जितने जम्मू कश्मीर में जा रहे हैं और लोगों को निशाना बनाया जा रहा है।”

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अतिक्रमण विरोधी अभियान नहीं

उन्होंने कहा, “विडंबना है कि जिन लोगों ने फ़्रॉड किया है, जो धांधलेबाज़ हैं, जो भ्रष्टाचारी हैं उन्हें 45000 एकड़ ज़मीन दी गई जबकि जम्मू कश्मीर अपने ही लोगों को अपनी ही ज़मीन से निकाला जा रहा है ये कह कर कि ये अतिक्रमण विरोधी अभियान है। ये अतिक्रमण विरोधी अभियान नहीं है।”

“पहले तो हम सोचते थे कि इसराइज से भाजपा ने सबक लिया है लेकिन अब तो ये उससे भी आगे निकल गए हैं। ये अब जम्मू कश्मीर को अफ़ग़ानिस्तान बनाना चाहते हैं।”

उन्होंने कहा कि अतिक्रमण वाली ज़मीनों में सेना की ज़मीन को दिखाया जा रहा है लेकिन उसी ज़मीन पर राजभवन बना है। क्या राजभवन को वे गिराएंगे?

“नेहरू हाउस, जिसे वो गिराएंगे क्योंकि इसमें नेहरू का नाम है। शंकराचार्य का मंदिर है जो हज़ारों साल पुराना है, उसको भी सरकार दिखा रही है कि ये मंदिर अतिक्रमण की गई ज़मीन पर बना है। इसी तरह कई इबातगाह हैं जिन्हें अतिक्रमण में दिखाया जा रहा है।”

उन्होंने आरोप लगाया कि अमीरों की बजाय ये ग़रीबों के ज़मीन छीनेंगे, क्योंकि वे अमीर ग़रीब का झगड़ा कराना चाहते हैं।

उन्होंने लद्दाख में वांगचुक के धरने का ज़िक्र करते हुए कहा कि वांगचुक का भी कहना है कि लद्दाख को चरमपंथ की ओर धकेला जा रहा है। वहां भी ज़मीन, नौकरी और सुरक्षा की गारंटी की लोग मांग कर रहे हैं।

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