उत्तराखंडः घास काटने गईं महिलाओं को छह घंटे थाने में बिठाए रखा

https://www.workersunity.com/wp-content/uploads/2022/07/Women-Uttarakhand-police.png

उत्तराखंड में वन विभाग व पुलिस द्वारा महिलाओं के साथ बदसलूकी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं — यह आरोप लगाते हुए स्थानीय लोगों ने जिम्मेदार अधिकारियों को बर्खास्त करने की मांग की है।

यह प्रतिक्रिया आ रही है सोमवार को हुए घटना के बाद जिसमें उत्तराखंड के गोपेश्वर जोशीमठ हेलंग गांव में वन विभाग व पुलिस कर्मियों ने कथित तौर पर दो महिलाओं के साथ बदसलूकी की।

घटना उस वक्त की है जब दोनों महिलाएं जंगलों से घास व चूल्हा जलाने के लिए लकड़ी लेकर वापस जा रही थीं। इतना ही नहीं, उनको कई घंटों तक थाने में भी बिठा के रखा गया।

स्थानीय लोगों के मुताबिक महिलाएं जंगल से घास ले कर वापस अपने घर जा रही थी, उसी वक्त स्थानीय पुलिस द्वारा उनके पीठ में घास होने पर भी उनके साथ छीना झपटी की गई।

वर्कर्स यूनिटी को सपोर्ट करने के लिए सब्स्क्रिप्शन ज़रूर लें- यहां क्लिक करें

उनका कहना था कि उत्तराखंड को देवभूमि कहा जाता है। यहां के गांव और पहाड़ों में रहने वाले लोगों की जिंदगी जंगलों से जुड़ी है। यही लोग जंगलों में पेड़ लगाते हैं वह जंगलों को बचाते हैं।

साथ ही अपनी जरूरत की चीजों को जंगल से लेकर भी आते हैं जैसे चूल्हा जलाने के लिए लकड़ी व जानवरों के लिए घास। उन्होंने कहा कि वन विभाग व पुलिस द्वारा महिलाओं के साथ बदसलूकी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे है।

लोगों ने बताया कि यह सिर्फ इस गांव की घटना नहीं, बल्कि हर गांव में महिलाओं से इसी तरह का सलूक किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर सभी पीड़ित लोगों को एकजुट होकर आवाज उठने की ज़रूरत है।

स्थानीय लोगों की मांग है कि महिलाओं के साथ बदसलूकी करने वाले पुलिस व वन विभाग के कर्मचारियों को तत्काल बर्खास्त किया जाना चाहिए।

(वर्कर्स यूनिटी स्वतंत्र निष्पक्ष मीडिया के उसूलों को मानता है। आप इसके फ़ेसबुकट्विटर और यूट्यूब को फॉलो कर इसे और मजबूत बना सकते हैं। वर्कर्स यूनिटी के टेलीग्राम चैनल को सब्सक्राइब करने के लिए यहां क्लिक करें।)

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.