पत्रकारों का दल लेबर कोड के खिलाफ़ क्यों पहुंचा श्रम मंत्री के पास?

पत्रकारों का एक दल ने शनिवार को श्रम मंत्री भूपेंद्र यादव से मुलाकात की। पत्रकारों ने नए लेबर कोड के पारित होने पर चिंता जताई है।

उनका कहना है कि इन नए लेबर कोड में कामकाजी पत्रकारों से संबंधित कानूनों को भी शामिल किया गया था।

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प्रेस एसोसिएशन, वर्किंग न्यूज कैमरामैन एसोसिएशन और इंडियन जर्नलिस्ट्स यूनियन के प्रतिनिधियों वाले प्रतिनिधिमंडल ने मंत्री को अवगत कराया कि वर्किंग जर्नलिस्ट एक्ट के निरस्त होने के साथ, कामकाजी पत्रकारों को देश में किसी भी अन्य श्रम शक्ति के रूप में माना जाएगा।

उनका कहना है कि यदि नया लेबर कोड लागू हो जायेगा तो पत्रकारों को मिलने वाल सारे अधिकार ख़त्म हो जाएंगे।

प्रतिनिधिमंडल ने मंत्री से यह सुनिश्चित करने का अनुरोध किया कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के लिए स्वतंत्रता और सम्मान सुनिश्चित करने के लिए श्रमिक पत्रकार अधिनियम के विशेष नियमों की रक्षा की जाए।

पत्रकार संगठनों ने मंत्री से राज्य सरकारों की तर्ज पर वरिष्ठ पत्रकारों को केंद्र सरकार द्वारा पेंशन के भुगतान पर विचार करने का भी अनुरोध किया।

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