कोरोना के बहाने ‘तीसरा महायुद्ध’ – भाग दो
By आशीष सक्सेना पहले भाग में हमने बताने की कोशिश की कि किस तरह साधारण लोगों की मौत का सच एक नए वायरस के खौफ में गुम है, जबकि उससे कहीं …
कोरोना के बहाने ‘तीसरा महायुद्ध’ – भाग दो पूरा पढ़ेंWorkers Unity Website
By आशीष सक्सेना पहले भाग में हमने बताने की कोशिश की कि किस तरह साधारण लोगों की मौत का सच एक नए वायरस के खौफ में गुम है, जबकि उससे कहीं …
कोरोना के बहाने ‘तीसरा महायुद्ध’ – भाग दो पूरा पढ़ेंBy आशीष सक्सेना चार महीने पहले तक आर्थिक मंदी में डूबा विश्व, व्यापार युद्ध और जनांदोलनों की बयार। अचानक, एक नए संक्रामक वायरस से साम्राज्यवादी देशों में कुछ मौत ने दुनिया …
कोरोना के बहाने ‘तीसरा महायुद्ध’ – भाग एक पूरा पढ़ेंBy डॉ. सिद्धार्थ कोरोना से निपटने में बदइंतज़ामी को लेकर चौतरफा आलोचना की शिकार हो रही मोदी सरकार ने देश की 80 करोड़ ग़रीब, किसान, मज़दूर आबादी के लिए आख़िरकार पौने …
आख़िरकार नरेंद्र मोदी ने मानी अर्थशास्त्री ज्यांद्रेज़ की 5 बातें, चाहिए पांच लाख करोड़ रुपये पूरा पढ़ेंBy संदीप राउज़ी दिल्ली के आनंदविहार बस अड्डे पर एक मज़दूर बच्चा रो रहा था तो एक मज़दूर परिवार अपने 10 महीने के बच्चे को कांधे पर लिए चिलचिलाती धूप …
कोरोना कर्फ्यूः ये सरकार की आपराधिक लापरवाही है और सज़ा मज़दूरों को मिल रही पूरा पढ़ेंBy दामोदर हमारी सरकार हमें आश्चर्य में डालने में निपुणता हासिल कर चुकी है। नोटबन्दी हो या लॉकडाउन हर चीज़ अप्रत्याशित रूप से हमें परोसा जाता है। मोदी जानते हैं …
अगर देश के आधे लोग बीमार हो जाएं तो 5 हज़ार में सिर्फ 5 लोगों को हॉस्पीटल बेड मिलेगा पूरा पढ़ेंBy आशीष सक्सेना कोविड-19 यानी कोरोना वायरस के समय भय और बचाव के लिए हर शख़्स नसीहत और नुस्खे सुझा रहा है। ये जानकर हैरानी होती है कि ये सारी मानवीय …
मानवीय करुणा के आंसू झूठे हैं, इतिहास ने सिखाया कि ऐसे ही वक़्त मज़दूर वर्ग को लड़ना होगा – नज़रिया पूरा पढ़ेंBy डॉ. सिद्धार्थ प्रधानमंत्री ने पूरे देश में 21 दिन के लॉक डाउन की घोषणा किया यानि कर्फ्यू की धोषणा किया (प्रधानमंत्री के शब्दों में कर्प्यू जैसा)। इसका समर्थन किया जाना …
आखिर कोई प्रधानमंत्री अपने लोगों के प्रति इतना निर्मम कैसे हो सकता है? नज़रिया पूरा पढ़ेंBy आशीष सक्सेना दुनिया का एकमात्र ऐसा देश, जहां सदियों से ब्राह्मणवाद अपने को नए रंगरूप में ढालकर आज तक न सिर्फ जीवित है, बल्कि वक्त बेवक्त हर बहाने संजीवनी भी …
कोरोनाः पीएम के मना करने के बावजूद मीडिया में अंधविश्वास फैलाने की आंधी – नज़रिया पूरा पढ़ेंBy मुकेश असीम कोविड 19 बीमारी ऐसे वक्त में दुनिया को अपनी चपेट में ले रही है जब 40 साल की नवउदारवादी आर्थिक नीतियों ने एक ओर तो सार्वजनिक स्वास्थ्य …
कोरोना ने बता दिया है बिना समाजवाद मज़दूरों की जान नहीं बचने वाली, एक ही विकल्प समाजवाद या बर्बरता- नज़रिया पूरा पढ़ेंहरारी हमारे समय के विद्वान-दार्शनिक हैं, दुनिया को आर-पार देखने का हुनर रखते हैं। उन्होंने Financial Times में (लिंक कमेंट में) एक बेहतरीन लेख लिखा है। कोरोना फैलने के कितने …
कोरोना वायरस कैसे पूरी दुनिया में निगरानी राज का ख़तरा बढ़ा रहा है? एक ज़रूरी लेख पूरा पढ़ें