चेन्नई सीवर हादसे में दूसरे मजदूर ने भी दम तोड़ा, परिवार को 15 लाख रुपए मुआवजा देने पर CM की मंजूरी

manual scavenging man in gutter safai karmchari

चेन्नई मेट्रोवॉटर (Metrowater) ठेका सफाई मजदूर की मंगलवार को सीवर में उतरने के बाद गुरुवार को अस्पताल में मौत होने पर तमिल नाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने मृतक के परिवार के लिए 15 लाख रुपए का मुआवजा को मंजूरी दी है।

मंगलवार को ठेका मजदूर नेल्सन और साथी वी रविकुमार जेट रॉडिंग मशीन की मदद से सीवर में किसी तरह के जाम की जांच कर रहे थे जब नेल्सन गलती से मेंटेनेंस होल में गिर गया।

उसे बचाने के लिए रविकुमार मेंटेनेंस होल में उतरा लेकिन जहरीली गैस से दोनों की हालत बिगड़ गई और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

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नेल्सन की मौत उसी दिन हो गई थी और रविकुमार ने गुरुवार को अस्पताल में दम तोड़ा।

Chennai Metropolitan Water Supply and Sewerage Board (CMWSSB) ने मंगलवार को नेल्सन के परिवार के लिए 15 लाख रुपए की मदद राशि देने का ऐलान किया था।

CMWSSB मजदूर यूनियन (CITU से संबंधित) के अध्यक्ष और पूर्व मदुरावोयल MLA, जी भीम राव ने बुधवार को मांग की थी कि हादसे के लिए जिम्मेदार ठेकेदार और सरकारी अधिकारी पर कार्यवाही होनी चाहिए।

उनकी ये भी मांग थी कि राज्य सरकार को मुआवजे की राशि बढ़ा कर कम से कम 25 लाख रुपए करनी चाहिए।

साथ ही साथ सीवरों की संचालन और मेनटेनेंस पर नजर रखने के लिए एक कमिटी का गठन किया जाना चाहिए।

Prohibition of Employment as Manual Scavengers and their Rehabilitation Act, 2013 के तहत प्रावधानों पर गौर करते हुए राव ने कहा कि सीवर में काम करने वाले मजदूरों को दूसरे रोजगार का विकल्प मुहैया कराया जाना चाहिए और ये कि सीवरों की सफाई के लिए सिर्फ मशीनों का इस्तेमाल किया जाना चाहिए।

ऐसे हादसों की रोकथाम के लिए सही गाइडलाइन बनाई जानी चाहिए जिससे संबंधित अधिकारी को जिम्मेदार ठहराया जा सके।

साथ ही यूनियन ने मांग की है कि ठेकाकर्मियों की नौकरी मेट्रोवॉटर के साथ उन्हें जोड़ कर पक्की की जानी चाहिए।

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