श्रमिकों ने जबरन वीआरएस देने का आरोप लगाया होंडा पर

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नोएडा सेक्टर-6 स्थित इंदिरा गांधी कलाकेंद्र में श्रमिक और उद्यमियों के लिए आयोजित सम्मेलन में पहुंचे श्रमिकों ने होंडा कंपनी पर आरोप लगाया कि कंपनी जबरन श्रमिकों को नौकरी से हटा रही है।

श्रमिकों ने आरोप लगाया कि कंपनी उन लोगों को वीआरएस देकर बाहर का रास्ता दिखाने पर आमदा है।

सम्मेलन में पहुंचे श्रमिकों ने बताया कि गलत तरीके से उनलोगों की आयु 40 साल से अधिक कर दी गई ताकि उनलोगों को उम्र का हवाला देकर वीआरएस दिया जा सके।

श्रमिकों को कहना हैं कि बाउंसरों और लोकल बदमाशों से डरा-धमका कर जबरन पेपर पर हस्ताक्षर कराये गये।

श्रमिक नेता हेमचंद नागर ने कहा कि “जिस दिन प्रधानमंत्री ने जनता कर्फ्यू लागू किया था ,उसी दिन गलत तरीके से यूनियन का चुनाव करा दिया गया।इससे साफ है कि कंपनी कोई भी हथकंडा अपना कर श्रमिकों को नौकरी से हटाना चाहती हैं।”

वही श्रमिकों का कहना है कि यदि उनको वापस नौकरी पर नहीं रखा गया तो वो सभी एक साथ आत्महत्या करने को मजबूर होंगे।

सम्मेलन में मौजूद राज्यमंत्री सुनील भारला को मज़दूरों ने एक ज्ञापन भी सौंपा,जिस पर मंत्री ने उपश्रमायुक्त पीके सिंह को कारवाई करने का आदेश दिया।

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