खट्टर सरकार ने 55 विधायकों के समर्थन से जीता अविश्वास प्रस्ताव,कहा नहीं रद्द होंगे कृषि कानून

MANOHAR LAL KHATTAR

हरियाणा विधानसभा में लाये गये अविश्वास प्रस्ताव को मनोहर लाल खट्टर की सरकार ने जीत लिया है। अविश्वास प्रस्ताव के तहत जेजेपी के सभी विधायकों का पूरा सहयोग खट्टर सरकार को मिला।

छह घंटे की लंबी चर्चा के बाद सरकार के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव धाराशायी हो गया। हरियाणा की मनोहर लाल खट्टर सरकार को 55 विधायकों का साथ सदन में मिला। वही 32 विधायकों ने अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में मत दिया।

जीत के बाद उत्साह से लबरेज मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि हमे जनता का विश्वास जितना है आपका नहीं। आप हर छह महीने पर अविश्वास प्रस्ताव लाइये, हम हर बार जीत कर दिखाएंगे।

वही भाजपा-जेजेपी गठबंधन के अविश्वास प्रस्ताव जीतने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि कुरसीप्रेमी विधायकों को हरियाणा की जनता देख रही है। छल और बल से जीती इस सरकार का फैसला जनता खुद करेगी।

दुसरी तरफ जेजेपी विधायक देवेंद्र बबली ने कहा कि वो विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देंगे। उन्होंने बताया कि उनके अपने नेता उन्हें बोलने से रोक रहें हैं। बबली ने अविश्वास प्रस्ताव के दौरान बोलने का मौका मांगा था, लेकिन उन्हें अपनी बात रखने की इजाजत नहीं दी गई।

सीएम खट्टर ने कहा कि” किसान आंदोलन से दो महीने 13 दिन में उद्योगों को साढ़े 11 हजार का नुकसान हुआ है। इसमें माल फंसना, आर्थिक नुकसान और अन्य कई तरह की हानियां शामिल हैं।”

मुख्यमंत्री ने बताया कि कृषि कानून रद्द नहीं होने वाले। अगर रद्द होने होते दो माह पहले ही हो गये होते। किसानों को अपना हठ छोड़ सरकार से बात करनी चाहिए।

वही अविश्वास प्रस्ताव पर जीत हासिल करने के बाद उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने ट्विट करते हुए लिखा कि  “जननायक ताऊ देवीलाल के विचार जिंदाबाद, किसान हितैषी बीजेपी -जेजेपी सरकार जिंदाबाद।”

(अमर उजाला की खबर से इनपुट के साथ)

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