PNB से बर्खास्त हज़ारों कांट्रैक्ट वर्कर 26 नवंबर को दिल्ली में करेंगे धरना प्रदर्शन

पंजाब नैशनल बैंक (PNB) के अखिल भारतीय अस्थायी कर्मचारियों ने आगामी 26 सितम्बर को दिल्ली में एक विशाल धरने का ऐलान किया है।

यह प्रदर्शन द्वारका में स्थित पंजाब नेशनल बैंक हेड ऑफिस के बाहर आयोजित किया जायेगा।

आपको बता दें कि पंजाब नेशनल बैंक ने अक्टूबर 2021 को बैंक में काम करने वाले लगभग 9000 कॉन्ट्रैक्ट वर्कर को काम से निकाल दिया था। यह संख्या पुर देश में PNB में काम करने वाले कर्मचारियों की है। 

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कर्मचारियों की मांग है कि बर्खास्त किए गए सभी अस्थायी कर्मचारियों को कार्यबहाल किया जाए।

अभी नहीं हुई कोई कार्यवाही

PNB से बर्खास्त किए गए हरियाणा के रहने वाले मनोहर लाल ने वर्कर्स यूनिटी को बताया कि PNB ने अक्टूबर 2021 में बैंक में अस्थायी कर्मचारियों के तौर पर काम करने वाले 9000 कर्मचारियों को निकाल कर उनकी जगह नए स्थाई कर्मचारियों को भर्तियां कर लिया था।

हम सभी मज़दूरों ने अपने अपने राज्यों और शहरों में अपनी मांगों का ज्ञापन सम्बंधित अधिकारीयों को सौंपा है। लेकिन अभी तक कोई निर्णेय नहीं निकला है।

उनका कहना है कि PNB में की गई नई भर्तियों में कर्मचारियों को प्रति माह 30,000 रुपए वेतन दिया जा रहा है। जबकि इसी काम के लिए PNB अस्थायी कर्मचारियों को मात्र 5,000 रुपए प्रतिमाह के तौर पर वेतन देता था।

कर्मचारियों की मांग है कि 2020 से पंजाब नेशनल बैंक में कॉन्ट्रैक्ट वर्कर के रूप में काम करने वाले सभी कर्मचारियों को परमानैंट वर्कर के तौर कार्यबहाल किया जाना चाहिए।

इस धरने में देशभर से हज़ारों बर्खास्त कर्मचारियों के आने की उम्मीद जताई जा रही है।

महामारी के समय नहीं मिली कोई सुविधा

कोलकाता में PNB से बर्खास्त किए गए कॉन्ट्रैक्ट वर्कर जगदीश ने बताया कि “कोरोना महामारी के दौरन बिना किसी लाभ प्राप्ति के अपनी जान और अपने परिवार के सदास्यों के जान जोखिम में डाल कर हम सभी कर्मचारियों ने बैंक में काम किया।”

उनका का आरोप है कि ” इस दौरन कोरोना से बीमार हुए अस्थाई कर्मचारियों को PNB प्रबंधन द्वारा कोई भी स्वास्थ्य सुविधा नहीं दी गयी थी, यहां तक की जो कॉन्ट्रैक्ट वर्कर बीमारी के कारण छुट्टी पर रहे उनको उन छुट्टिओं का वेतन भी नहीं दिया गया।

वही दूसरी तरफ PNB के परमानेंट वर्कर्स को हर प्रकार की सुविधाएं प्रबंधन ने उपलब्ध करी थी।”

धरना आयोजकों का कहना है  कि अब दिल्ली में धरने के मध्यम से हम सभी कर्मचारी एक सयुक्त संगठन का गठन कर के अपने प्रदर्शन को आगे बढ़ाएंगे।

कर्मचारियों ने देशभर के बर्खास्त किए गए अस्थाई कर्मचारियों से धरने में अपना योगदान दे कर प्रदर्शन को सफल बनाने की मांग भी की है।

(स्टोरी संपादितः शशिकला सिंह)

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