गुड़गांव: हिताची के ठेका मज़दूरों ने अपनी लम्बित पड़ी मांगों को लेकर किया मार्च का आयोजन

हरियाणा के गुड़गांव आईएमटी मानेसर में स्थित हिताची मेटल्स इण्डिया प्रा लि के ठेका मज़दूरों अपनी मांगो को ले कर शुक्रवार शाम को गुड़गांव में डी.सी. कार्यालय के पास विरोध पैदा मार्च का आयोजन किया। साथ ही अपनी मांगो का पत्र कार्यालय में मौजूद उपायुक्त को सौंपा।

ठेका मज़दूरों की मांग है कि सभी मज़दूरों को तत्काल स्थाई किया जाना चाहिए।

मार्च कर रहे ठेका मज़दूरों का कहना है कि कम्पनी नियमों के अनुसार सभी ठेका मज़दूरों ने कंपनी में 240 दिन की कार्य अवधि को पूरा कर लिया है।

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लेकिन अभी तक सभी ठेका मज़दूरों को स्थाई काम पर स्थाई रोजगार नहीं दिया गया है। साथ ही उनका कहना है कि उनके वेतन में भी बढ़ोतरी होनी चाहिए।

मज़दूरों की मांग है कि प्रबंधन द्वारा ठेका मज़दूरों के साथ किये जा रहे दुर्व्यवहार पर जल्द से जल्द कार्यवाही होनी चाहिए और बीते हफ्ते निकाले गए छह मज़दूरों को तत्काल कार्यबहाल किया जाना चाहिए।

हिताची के ठेका मज़दूरों में से एक अगुवा मज़दूर ने वर्कर्स यूनिटी को बताया कि हम सभी ठेका मज़दूर प्लांट में आपरेटर का करते हैं और वेतन हेल्पर का मिलता है इसलिए हम सभी ठेका मज़दूर प्रबंधन से एक ऐसे समझौते की मांग कर रहे हैं। लेकिन प्रबंधन उलटा मज़दूरों को नौकरी से निकालने की धमकियां दे रहा है।

उन्होंने बताया कि अभी पिछले हफ्ते ही छह ठेका मज़दूरों बिना कारण बताये काम से निकाल दिया है। प्रबन्दं के अधिकारी रोज़ मजूरों को धमका कर उनके फ़ोन चेक करते हैं और कोई न कोई बहाना ढूंढ कर नौकरी से निकालने की धमकी देते हैं।

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गौरतलब है कि ठेका मजदूर लगातार प्रबंधन से परमानेंट करने की मांगा कर रहे हैं। लेकिन प्रबंधन की ओर कोई जवाब नहीं आ रहा है।

उल्टा प्रबंधन मज़दूरों पर झूठा आरोप लगा कर लगातार काम से निकालने की धमकियां दे रहा है।

आप को बता दें कि हिताची में लगभग 200 ठेका मजदूर काम करते हैं। यह सभी मजदूर 26 जून 2022 से परमानेंट होने की मांग कर रहे हैं।

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