ढेर हुए ‘मेक इन इंडिया के शेर’, स्टार्टअप कंपनियों ने 15 हजार को नौकरी से निकाला

भारत सरकार की मेक इन इंडिया योजना में मिसाल बताकर जिन स्टार्टअप की कहानियों से युवाओं को उलाहना मिल रही थी, उन्होंने घाटा बताकर लगभग 15 हजार कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया।

स्टार्टअप कंपनियां भी बाकी उत्पादन इकाइयों की तरह लॉकडाउन के घाटे का बहाना बनाकर ये काम कर रही हैं। हालांकि इस लेऑफ और नौकरी से निकालने की प्रक्रिया कोरोना काल शुरू होने से पहले ही शुरू हो चुकी थी।

इसकी वजह देश की अर्थव्यवस्था का पहले ही मंदी में धंस जाना था। निकाले गए कर्मचारियों के लिए अब दूसरी कंपनियों में काम के लिए जद्दोजहद शुरू हो गई है, जबकि अधिकांश ने फिलहाल नौकरी देने के दरवाजे बंद कर रखे हैं।

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