कोरोना ने बता दिया है बिना समाजवाद मज़दूरों की जान नहीं बचने वाली, एक ही विकल्प समाजवाद या बर्बरता- नज़रिया
By मुकेश असीम कोविड 19 बीमारी ऐसे वक्त में दुनिया को अपनी चपेट में ले रही है जब 40 साल की नवउदारवादी आर्थिक नीतियों ने एक ओर तो सार्वजनिक स्वास्थ्य …
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