छलावा है अमेरिकन ड्रीम: अमेरिका में लाखों मजदूर किराए और खाने के लिए भी हैं मोहताज

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अमेरिका का बिडेन प्रशासन देश में बढ़ते रोजगार पर आधारित रिपोर्ट का जश्न मना रहा है। हालांकि लाखों कामकाजी अमेरिकी लोगों का रोजगार में रहना, जीवन यापन करने लायक तनख्वाह की गारंटी नहीं देता है।

मजदूरों की बेहतरी के बारे में सोचने वाले कुछ जानकारों का कहना है कि अर्थव्यवस्था तब बेहतर चलती है जब लोगों का किराया देने, भोजन खरीदने या दवा लेने के बीच चयन करने के लिए मजबूर नहीं किया जाता है। मौजूदा समय में लोग ऐसा करने के लिए बाध्य हैं।

यह तय करना आसान नहीं है कि कितने मजदूर अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए कठिनाई का सामना करते हैं । दरअसल एक मजदूर का न्यूनतम गुजारा करने का बजट रहने के स्थान और परिवार के सदस्यों के आधार पर काफी भिन्न हो सकता है।

दरअसल व्यक्ति कहां रहता है और परिवार में कितने लोग हैं, इसके आधार पर एक मजदूर का न्यूनतम गुजारा करने का बजट काफी हद तक अलग होता है।

रोचेस्टर, न्यूयॉर्क को ही लीजिए। रिसर्च फर्म एडवाइजरस्मिथ के सिटी कॉस्ट ऑफ लिविंग इंडेक्स के अनुसार, यहां रहने की लागत 509 अमेरिकी महानगरीय क्षेत्रों में राष्ट्रीय औसत के सबसे करीब है।

MIT के जीवन यापन मजदूरी पर आधारित कैलकुलेटर से पता चलता है कि रोचेस्टर में रहने वाले एकल वयस्क को आवास, भोजन, परिवहन और अन्य बुनियादी जरूरतों की लागत को पूर्ण करने के लिए कम से कम $30,000 प्रति वर्ष की आवश्यकता होती है।

लेकिन एडवाइजरस्मिथ डेटा के अनुसार अमेरिकी शहरों में सैन फ्रांसिस्को में रहने की लागत सबसे अधिक है। उच्च करों और किराए के कारण यहां रहने का मूलभूत लागत $ 47,587 है।

वहीं सबसे कम रहने की लागत वाला शहर बेकले, वेस्ट वर्जीनिया है। वहां भी, एक निःसंतान मजदूर को अभी भी आवश्यक जरूरतों को पूरा करने के लिए लगभग $28,200 कमाने की आवश्यकता है। वहीं औसत अमेरिकी शहर में एक व्यक्ति के लिए प्रति वर्ष लगभग 30,000 डॉलर रहने की लागत होती है।

बेशक, एक से अधिक व्यक्तियों वाले परिवारों के लिए लागत तेजी से बढ़ जाती है। रोचेस्टर में दो वयस्कों को प्रति वर्ष $48,000 से अधिक की आवश्यकता होती है, जबकि एक बच्चे वाले एकल माता-पिता को $63,000 से अधिक की आवश्यकता होती है। सैन फ्रांसिस्को में एक एकल माता-पिता को केवल जरूरी खर्चों के लिए $ 101,000 प्रति वर्ष कमाने की आवश्यकता होगी।

अमेरिकी सरकारी एजेंसी ब्यूरो ऑफ लेबर स्टैटिस्टिक्स के नवीनतम व्यवसाय मजदूरी डेटा के अनुसार मई 2020 से करीब 27 मिलियन अमेरिकी $ 30,000 की आवश्यक कमाई नहीं करते हैं। लेकिन इसे भी एक रूढ़िवादी अनुमान माना जाता है। जरूरी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए जरूरत से कम कमाने वाले लोगों की संख्या बहुत अधिक होने की संभावना है।

कम आय वाले व्यवसायों में बस चालकों से लेकर सफाईकर्मियों ,प्रशासनिक सहायकों तक कई तरह की नौकरियां शामिल हैं। हालांकि, उन 27 मिलियन मजदूरों में से अधिकांश दो उद्योगों में केंद्रित हैं, खुदरा व्यापार और अवकाश (Leisure) इंडस्ट्री और हॉस्पिटैलटि इंडस्ट्री। ये दो उद्योग अमेरिका के सबसे बड़े नियोक्ताओं में से हैं और सबसे कम औसत मजदूरी का भुगतान करते हैं।

उदाहरण के लिए, 2020 की शुरुआत में कैशियर का औसत वेतन $28,850 था। इसमें देश के 5 मिलियन कैशियर में से 2.5 मिलियन की कमाई इससे कम थी। वहीं खुदरा बिक्री में 75% कर्मचारी यानी की लगभग 1.8 मिलियन कर्मचारी एक वर्ष में $27,080 से कम कमा रहे थे।

यही स्थिति अवकाश उद्योग (leisure industry) और हॉस्पिटैलटि की भी है। कोरोना से इन दोनों इंडस्ट्री पर सबसे बुरा प्रभाव पड़ा है। अप्रैल 2020 अमेरिकी अर्थव्यवस्ता का अधिकांश हिस्सा बंद होने के चलते 6 मिलियन लोगों को अपनी नौकरियों से हाथ धोना पड़ा। उस समय, करीब एक मिलियन वेटर और वेट्रेस $23,740 की औसत आय से कम कमा रहे थे।

बेशक उनमें से लाखों नौकरियां वापस आ गई हैं और इस साल मजदूरी भी बढ़ रही है। लेकिन यह असल परिस्थिति को नहीं बदलता है कि लगभग 6 में से 1 मजदूर नि:संतान जीवन यापन करने वाले व्यस्क से कम कमा रहा है।

इसी वजह से 2018 में 40% अमेरिकी परिवारों ने बताया कि वे $400 का आपातकालीन खर्च वहन नहीं कर सकते।

श्रम सांख्यिकी ब्यूरो की 2021 की रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि 2019 में लगभग 6.3 मिलियन मजदूरों ने गरीबी दर से कम कमाई की।

लेकिन यह स्थिति कामकाजी गरीबों के दायरे को काफी हद तक कम कर देती है। दरअसल संघीय गरीबी रेखा ( federal poverty line) अवास्तविक रूप से कम है। यह एक व्यक्ति के लिए केवल $ 12,880 है।

आधिकारिक गरीबी रेखा को मेडिकेड और अन्य सरकारी लाभों के लिए पात्रता निर्धारित करने के लिए बनाया गया था जो कम आय वाले लोगों का समर्थन करते हैं। नाकि यह बताने के लिए कि किसी व्यक्ति को असल में कितना पाने की आवश्यकता है।

लेखक जेम्स ट्रुस्लो एडम्स ने 1931 में एक ऐसे समाज का वर्णन करने के लिए “द अमेरिकन ड्रीम” वाक्यांश गढ़ा, जिसमें उन्हें उम्मीद थी कि कोई भी “पूर्ण स्टेटस प्राप्त कर सकता है जिसमें वे सहज रूप से सक्षम हैं”। यह एक अच्छी नौकरी होने पर निर्भर था जो एक निर्वाह मजदूरी का भुगतान करती थी।

दुर्भाग्य से, लाखों मेहनती अमेरिकियों के लिए, एडम्स ने जिस “बेहतर और समृद्ध और पूर्ण” जीवन के बारे में लिखा है, वह सिर्फ एक सपना है।

(साभार-स्क्रॉल)

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