13 महीनों से यूनिवर्सिटी कर्मचारियों को नहीं मिला वेतन, बैंक अकांउट में तकनीकी दिक्कत का दिया जा रहा हवाला

डॉ. बी. आर. अम्बेडकर यूनिवर्सिटी के स्टाफ, एकेडमिक काउन्सलर साथ ही कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारियों को पिछले 13 महीनों से वेतन नही मिला है।

1 साल से ज्यादा समय से बिना वेतन मिले काम कर रहे कर्मचारियों का कहना है कि जब भी वेतन न मिलने का कारण पूछा जाता है तब हर बार यही जवाब मिलता है कि हमारे बैंक एकाउंट के साथ कुछ तकनीकी गड़बड़ियां हैं।

इस यूनिवर्सिटी के 72 स्टडी सेंटर और 13 क्षेत्रीय कोआर्डिनेशन सेंटर हैं और यह यूनिवर्सिटी पूरी तरह से आंध्र प्रदेश की राज्य सरकार द्वारा वित्त पोषित है।

यूनिवर्सिटी में 456 कर्मचारी है जिनमें से मात्र 29 ही रेगुलर बेसिस पर कार्यरत हैं।

करीब बीस हज़ार छात्र  इस यूनिवर्सिटी से विभिन्न विषयों में पढ़ाई कर रहे हैं जिन्हें 800 से ज्यादा शिक्षकों द्वारा पढ़ाया जाता हैं।

यूनिवर्सिटी से जुड़े स्पेशल ड्यूटी अधिकारी वेलगा जोशी का कहना है कि यूनिवर्सिटी का मुख्यालय हैदराबाद में है और 300 करोड़ का इसका एकाउंट दो राज्यों के अंतर्गत आता है,जिसकी वजह से सारी दिक्कतें आ रही हैं। हम इस मसले पर कानूनी करवाई करने की तैयारी कर रहे हैं।

यूनिवर्सिटी के एक वरीय अधिकारी जो विजयवाड़ा रीजन में कार्यरत है ने बताया कि उनके द्वारा सभी कर्मचारियों के वेतन से संबंधित सभी बिल हैदराबाद मुख्यालय को भेज दिया गया है लेकिन वेतन रिलीज ही नही किया जा रहा है।

करनूल जिले में काम कर रहे यूनिवर्सिटी के एक कर्मचारी का कहना है कि विश्वविद्यालय के स्थायी कर्मचारियों को भी वेतन नही मिल रहा है। यहां तक कि फण्ड की कमी के कारण छात्रों को किताब भी सही समय पर नही मिल पा रहें हैं।

मालूम हो कि दिल्ली यूनिवर्सिटी के भी शिक्षक पिछले कई महीनों से वेतन नही मिलने के कारण हड़ताल पर हैं।

शिक्षकों का कहना है एक तरफ सरकार नई शिक्षा नीति लाकर तमाम तरह की जुमलेबाजी कर रही है और हमें हमारे वेतन तक से महरूम रखा जा रहा है।

(डेक्कन क्रानिकल की खबर से साभार )

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