नेशनल इंश्योरेंस कंपनी में KPI लागू करने के विरोध में बीमा कर्मियों का विरोध प्रदर्शन

जनरल इंश्योरेंस एम्प्लॉइज ऑल इंडिया एसोसिएशन की पालिसी को संगठनों से बिना वार्ता एक तरफा थोपने के विरोध में देश भर में नेशनल इंश्योरेंस कंपनी के सभी क्षेत्रीय कार्यालयों में बीते गुरुवार प्रदर्शन किया गया। यह प्रदर्शन लंच ब्रेक दौरान किया गया ताकि ज्यादा से ज्यादा कर्मचारी इसमें शामिल हो सकें।

प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सरकार की कुछ नीतियां सरकारी साधारण बीमा कंपनियों की आर्थिक स्थिति को गंभीर रूप से प्रभावित कर रही हैं और उद्योग, कर्मचारी, अधिकारी और सार्वजनिक क्षेत्र की तरह बीमा के मूल्यवान ग्राहकों के हितों को क्षति पहुंचा रही हैं।

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केपीआई और पुनर्गठन के नाम पर सैकड़ों कार्यालय बंद किए जा रहे हैं या फिर विलय किए जा रहे हैं, और यह सब बाहरी निकायों के सुझावों पर किया जा रहा है।  जो इस तथ्य को नहीं समझते हैं कि यदि ऐसी किसी प्रणाली को बिना विस्तृत समझ, योजना और रोड मैप के लागू किया जाता है तो तमाम तरह की पेचीदगियां और समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।

ऐसा लगता है कि प्रबंधन भ्रम की स्थिति पैदा कर रहा है, जिससे नकारात्मकता पैदा हो रही है और वो यह स्वीकार नहीं करता कि कर्मचारी किसी भी संगठन की सफलता की कुंजी हैं। कर्मचारियों के प्रदर्शन के विश्लेषण के लिए इस पालिसी में घंटी वक्र प्रणाली आधारित प्रदर्शन मूल्यांकन का भी सुझाव दिया गया है, जिसे पहले से ही एक विफल प्रणाली के रूप में समझा गया है और  विश्व स्तर पर बड़ी बहुराष्ट्रीय कंपनियों सहित कई संगठनों द्वारा खारिज किया जा चुका है।

GIEAIA नेतृत्व ने अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक सुचिता गुप्ता को संबंधित क्षेत्रीय प्रभारियों के माध्यम से पूरे कर्मचारी वर्ग की पीड़ा और रोष को व्यक्त करते हुए एक ज्ञापन सौंपा। GIEAIA नेतृत्व ने अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक,  नेशनल इंश्योरेंस कम्पनी से प्रधान कार्यालय के पत्र दिनांक 13 सितंबर, 2022 द्वारा सभी क्षेत्रीय प्रभारियों को सभी कर्मचारियों के लिए KPI तुरंत लागू करने के निर्देश पर भी निराशा व्यक्त की।

GIEAIA ने पहले भी 20 अगस्त, 30 अगस्त और 6 सितंबर 2022 को GIPSA को विभिन्न संचार भेजे थे और उनसे आग्रह किया था कि KPI को एकतरफा नहीं थोपें और इसके पूर्व इस मुद्दे पर विस्तृत चर्चा करें। GIEAIA ने रोष व्यक्त किया कि उपरोक्त संदर्भित संचार पर कोई संज्ञान नहीं लिया गया, जिसके परिणामस्वरूप देश भर के कर्मचारियों और अधिकारियों में भारी रोष और आक्रोश है।

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GIEAIA की राय है कि GIPSA और नेशनल प्रबंधन ऐसे संवेदनशील और महत्वपूर्ण मुद्दों पर कर्मियों और हितधारकों को वार्ता में शामिल किए बिना जल्दबाजी और मनमाने तरीके से आगे बढ़ रहा है तथा कर्मचारियों और अधिकारियों की कड़ी मेहनत से अर्जित सेवा शर्तों व स्थितियों को प्रभावित कर रहा है।

GIEAIA ने अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक, नेशनल इंश्योरेंस कम्पनी लिमिटेड से इन महत्वपूर्ण मुद्दों पर अंतिम विचार करने से पहले KPI रिपोर्ट का विस्तृत विवरण अवलोकन के लिए तुरंत साझा करने का आग्रह किया और वांछित प्रतिक्रिया व सुझाव देने के लिए यूनियनों और संघों की पूर्ण वार्ता समिति के सदस्यों को बुलाने और तब तक KPI पर कार्यान्वयन प्रक्रिया को स्थगित रखने का अनुरोध किया।

(साभार मेहनतकश)

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