MCD: “अब दिल्ली में क्या होगा, सीवर पानी बंद होगा”, 25 सालों से निगम ने नहीं की कोई भी भर्ती

sanitization workers protest

MCD स्वच्छता कर्मचारी यूनियन व दिल्ली नगर निगम कोर कमेटी के नेतृत्व में कर्मचारियों ने अपनी लम्बित पड़ी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर कमिश्नर को मांग पत्र सौंपा।

दिल्ली निगम आयुक्त कार्यालय सिविक सेंटर, दिल्ली नगर निगम के गेट के सामने हज़ारों की संख्या में इक्ट्ठा हुए प्रदर्शनकरियों ने “अब दिल्ली में क्या होगा, सीवर पानी बंद होगा” के नारों से साथ अपनी मांगों को रखा।

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MCD स्वच्छता कर्मचारी यूनियन के सदस्य, नवीन ने वर्कर्स यूनिटी से बातचीत में कहा कि, “इससे पहले भी हम लोगों ने कई बार अपना माँग पात्र सरकार को सौंपा है, लेकिन अभी तक सरकार की तरफ से कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं आई है।”

“इसी कारण आज हम लोग फिर से प्रदर्शन कर रहे हैं। सरकार हमारी मांगों की तरफ बिलकुल भी ध्यान नहीं दे रही है।”

दिल्ली नगर निगम की शाहदरा  ब्रांच के कर्मचारी कर्मबीर का कहना है कि, “सरकार हम जैसे कर्मचारियों का हर प्रकार से शोषण कर रही है। सरकार एक ऐसे व्यवस्था का पोषण कर रही जो गरीब को और गरीब बनाना चाहती है, इसके बाद भी सरकार की पूंजी में लगातार वृद्धि होती रहने की उम्मीद है।”

साथ ही उनका कहना है यह एक सोचा समझा आंतरिक प्रयोजन है जिसका निर्वाह रूढ़िवादी परम्पराओ और सुनियोजित निश्चित नियम बना कर किया जाता है।

ऐसी व्यवस्था जो निरन्तर पूंजीवादी अधिकारों की रक्षा करती है और मज़दूरों के अधिकारों का दमन करती है।

प्रदर्शन में मौजूद मुनेश का कहना है कि, “मैं पिछले 25 सालों से MCD में ठेके में काम कर रहा हूँ।”

“पिछले कई सालों से अधिकारियों ने हम लोगों को बहुत बार पक्का करने का आश्वासन दिया है। लेकिन अभी तक किसी को भी रेगुलर नहीं किया गया है।”

क्या हैं स्वच्छता कर्मचारियों की मांगें?

  • सभी सफाई कर्मचारियों को पक्का करने के वादे को नगर निगम से पूरा किया जाए।
  • केंद्र सरकार द्वारा जारी किया गए फंड में से निगम के कर्मचारियों को रुका हुआ बकाया एरियर और पेंशन प्रदान कि जाये।
  • 1998 से लेकर 2010 तक के दैनिक वेतन अनुकम्पा आधार पर नियुक्ति निगम द्वारा दी गई है उन सभी मृतक सफाई कर्मचारियों के परिवार में से एक व्यक्ति की नियमित नोकरी करी जाए जो पिछले 20 -25 सालों से नियमित होने का इंतजार कर रहे हैं।
  • 1996 से 1998 लेकर जो भी बकाया सफाई कर्मचारी पक्के होने से रहते है उनको प्रथम और लास्ट बाउचर से जल्द से जल्द पक्का किया जाए और 1998 से लेकर सन 2000 का बैच स्टार्ट किया जाये।
  • प्रत्येक वार्डो में सफाई कर्मचारियों के लिए सेल्टर रूम बनवाए जाए जिससे कर्मचारियों को बारिश से बचने और पानी पीने व महिलाओं को शौचालय की सुविधा मिल सके।
  • सभी सफाई कर्मचारियों की संशोधित सुनिश्चित करियर प्रगति योजना (MACP) को लागू किया जाये और उसका भुगतान किया जाए।
  • करुणामूलक आधार पर पक्के किये जाने के वादे दौरान 687 कर्मचारियों की मिसिंग फाइल कि छानबीन कि जाये और कथित अधिकारी के खिलाफ निगम द्वारा कार्रवाई की जाए।
  • कर्मचारियों की कमी को ध्यान में रखा कर सफाई कर्मचारियों की नई भर्ती की जाए ।
  • प्रतिक वार्डों में सफाई कर्मचारियों की हर महीने पे स्लिप पहुंचाई जाए।
  • समस्त स्थाई और दैनिक वेतन सफाई कर्मचारियों का वर्दी का पैसा दिया जाए व उनकी सैलरी में लगाया जाए।
  • रिटायरमेंट के बाद सफाई कर्मचारी को भी एक्सटेंशन दी जाए।
  • स्थाई सफाई कर्मचारियों का 1800 ग्रेड का एरियर व बोनस एरियर रोका हुआ हैं उनका भुगतान किया जाए।
  • मृतक सफाई कर्मचारी का अंतिम लाभांश व रिटायरमेंट सफाई कर्मचारियों का जो भी बकाया पैसा निगम द्वारा रोका गया है और कर्मचारियों के परिवार की पेंशन रोकी गई है उसको तुरंत जारी किया जाए
  • समस्त निगम के कर्मचारियों के लिए मेडिकल कैशलेस कार्ड दिया जाए
  • निगम हेड क्वार्टर एजुकेशन डिपार्टमेंट के द्वारा दिल्ली के 590 सफाई कर्मचारियों को स्कूलों में तबादला करने के लिए जो आदेश जारी किए गए हैं वह आदेश को रद्द किया जाए
  • 25 सालों से निगम में कोई भी भर्ती नहीं की गई है सफाई कर्मचारियों की सबसे पहले निगम कर्मचारियों की भर्ती करे।

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