घरेलू कामगार सुनीता के समर्थन में आईं यूनियनें, सीमा पात्रा को कड़ी सजा देने की करी मांग

पुणे के घरेलू कामगारों के वाम समर्थित संघ पुणे जिला घरमगार संगठन ने गुरुवार को झारखंड की भाजपा नेता सीमा पात्रा को कड़ी से कड़ी सजा देने मांग की है।

गुरुवार को जारी एक बयान में सीटू समर्थित यूनियन की अध्यक्ष किरण मोघे ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, राष्ट्रीय अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति आयोग और राष्ट्रीय महिला आयोग से इस मामले चर्चा की और आदिवासी घरेलू कामगार सुनीता को मिला सर्वोच्च कोटि का न्याय दिलाने की मांग को सुनिश्चित करने की बात कही है।

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पीड़ित सुनीता का खौफनाक वीडियो वायरल होने के बाद बीजेपी ने पिछले मंगलवार को महिला मोर्चा की अपनी कार्यकर्ता नेत्री सीमा पात्रा को पार्टी से निलंबित कर दिया है।

झारखंड महिला मोर्चा बीजेपी (झारखंड) नेत्री सीमा पात्रा राष्ट्रीय कार्य समिति की सदस्य, पुर्व आईएस महेश्वर पात्रा की पत्नी और ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ ‘ कार्यक्रम की झारखंड कोर्डिनेटर की बेटी वत्सला पात्रा जो दिल्ली में रहती है ने गुमला (झारखंड) की एक आदिवासी लड़की सुनिता खाखा को 10 साल पहले हाउस हेल्प के रूप में रखा था।

यूनियन की सदस्य मोघे ने कहा कि “सुनीता को सर्वोत्तम चिकित्सा उपचार और उच्चतम संभव मुआवजा प्रदान किया जाना चाहिए। उसके पुनर्वास के उपाय किए जाने चाहिए।” उनका कहना है कि सरकार को घरेलू कामगारों के लिए सुरक्षात्मक कानून बनाना चाहिए।

मोघे ने घरेलू कामगारों से अन्याय का विरोध करने और एक व्यापक कानून बनाने की अपील की है जो घरेलू कामगारों को न्यूनतम मजदूरी, सामाजिक सुरक्षा और श्रम की गरिमा प्रदान करेगा।

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