निजीकरण के खिलाफ बिजली कर्मियों का विरोध प्रदर्शन

विजयपुर पीडीडी कार्यालय के बाहर गुरुवार को बिजली वितरण प्रणाली के निजीकरण के विरोध में कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया।

उन्होंने कहा कि इसका असर आम लोगों पर भी पड़ेगा, क्योंकि बिजली वितरण निजी हाथों में जाने पर बिजली का बिल काफी ज्यादा हो जाएगा।

यह प्रदर्शन जेएंडके पावर इंप्लाइज एंड इंजीनियर्स कोऑर्डिनेशन कमेटी के बैनर तले विभाग के इंजीनियर्स व कर्मचारियों द्वारा किया गया।

गौरतलब है कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पिछले साल मई माह में घोषणा की थी कि केंद्रशासित राज्यों में बिजली वितरण का निजीकरण किया जाएगा।

इससे पूरे देश में कर्मचारियों में आक्रोश है। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वे किसी कीमत पर बिजली वितरण का निजीकरण नहीं होने देंगे।

कर्मचारियों का कहना था कि सरकार विभाग का निजीकरण कर रही है, लेकिन सरकार के पास विभाग में काम करने वाले हजारों कर्मचारियों के भविष्य को लेकर कोई स्पष्ट नीति नहीं है।

इसलिए हमारा प्रदर्शन तब तक चलता रहेगा, जब तक सरकार द्वारा कोई स्पष्टीकरण नहीं मिल जाता। टिक्कू ने कहा कि विभाग सरकारी होने के साथ आम जनता के हित के लिए बेहतर है, क्योंकि अगर बिजली का निजीकरण हुआ तो जो पीडीडी द्वारा एमनेस्टी स्कीम का लाभ ज्यादा बिल वाले लोगों को नहीं मिलेगा।

उन्होंने कहा कि निजीकरण होने की वजह से विभाग के छोटे कर्मचारियों की नौकरी खतरे में आ जाएगी।

निजीकरण होने के साथ विभाग में छंटनी भी हो सकती है। इसलिए हमारी उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से माग है कि बिजली विभाग के निजीकरण के मामले में स्पष्टीकरण दें।

(मेहनतकश की खबर से साभार)

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