मारुति में 3 साल के लिए 27,815 रु. का वेतन समझौता, कैजुअल टेंपरेरी वर्करों में निराशा

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छह महीने की देरी के बाद मारुति सुज़ुकी के हरियाणा स्थित तीनों प्लांटों में तीन वर्ष के लिए 27,815 रुपये का वेतन समझौता हो गया। परमानेंट वर्करों के साथ यह समझौता हुआ है जबकि कैजुअल और टेंपरेरी वर्करों के बारे में अभी बातचीत चल रही है।

इसकी जानकारी देते हुए मानेसर मारुति प्लांट के प्रधान अजमेर यादव ने कहा कि 1 अप्रैल 2021 से नए वेतन समझौता के लिए तीनों प्लांट की यूनियनों ने साझा माँग पत्र प्रबंधन को दिया था। कोविड की दूसरी लहर के बाद जब स्थिति सुधरी तो मैनेजमेंट के साथ वार्ता की गई।

मारुति सुजुकी यूनियनों के संयुक्त मंच सुजुकी मज़दूर संघ के अनुसार यह समझौता वर्ष 2021 से 2023 के तीन वर्षों के लिए है, जिसके तहत सम्मानजनक वेतन वृद्धि के साथ तमाम सुविधाएं बढ़ीं हैं।

समझौते के मुताबिक, वेतन समझौते की कुल राशि के तीनों वर्षों में अनुपात के अनुसार क्रमशः 55:25:20 होगी। इसमें 24,300 रुपये वेतन में, 500 रुपये इंसेंटिव स्कीम में प्रोडक्शन के तौर पर और 3,015 रुपये के अन्य लाभ तय किए गए हैं। छुट्टियों की संख्या सालाना 22 से बढ़कर 24 हुई है।

हालांकि कैजुअल और टेंपरेरी वर्कर इस समझौते में खुद को अलग थलग पाने से निराश हैं। नाम न ज़ाहिर करने की शर्त पर गुड़गांव प्लांट के एक कैजुअल वर्कर ने वर्कर्स यूनिटी से कहा कि कंपनी में प्रोडक्शन का अधिकांश काम ठेका मज़दूर करते हैं लेकिन जब सैलरी बढ़ोत्तरी की बात आती है तो उन्हें भुला दिया जाता है।

इस वर्कर ने बताया कि “कैजुअल वर्करों को मुश्किल से 20,000 रुपये सैलरी मिलती है और वीकली के अलावा अन्य कोई छुट्टी भी नहीं मिलती। अगर तीन महीने में दो से अधिक अवैतनिक छुट्टी ली तो इंसेंटिव बोनस के नाम पर मिलने वाले चार पांच हज़ार रुपये भी काट लिए जाते हैं। हमें कोई भी छुट्टी नहीं मिलती, जो मिलती है उसके पैसे कटते हैं।”

हमें सम्मानजनक वेतन भी नहीं दिया जाता, इस कंपनी में जबकि 10-10 साल से यहां वर्कर ठेका पर कैजुअल के रूप में काम कर रहे हैं।

एक अन्य वर्कर ने वर्कर्स यूनिटी को ह्वाट्सऐप मैसेज भेजा है, “मारुति सुजुकी कंपनी ने पे रिवाइज किया है जिसमे रेगुलर empolyee की डायरेक्ट 27000 रुपए की बढ़ोतरी हुई है जबकि अन्य कैजुअल साथियों का सिर्फ नाम के लिए ही सैलरी बढ़ोतरी हुई है फिर से कैजुअल साथियों को निराश किया है मारुति सुजुकी कंपनी की यूनियन और मैनेजमेंट ने 😞😞.”

उल्लेखनीय है कि मारुति के तीनों प्लांटों परमानेंट वर्करों के मुकाबले कैजुअल और टेंपरेरी वर्करों की काफ़ी बड़ी संख्या है और उनकी सैलरी भी परमानेंट वर्करों के मुकाबले चार से पांच गुना कम होती है।

मारुति मानेसर के पूर्व नेता रामनिवास, जो कि मारुति आंदोलन के अगुवा नेताओं में भी शामिल थे, उन्होंने बताया कि सबसे अधिक संख्या ठेका मज़दूरों की होने के बावजूद उनकी सुविधाएं न्यूनतम हैं क्योंकि टेंपरेरी वर्करों को सात सात महीने के लिए रखा जाता है। इसलिए उनकी ओर से कोई ठोस डिमांड नहीं आ पाती।

कुछ साल पहले एक वेतन समझौते में जब ठेका मज़दूरों की सैलरी नहीं बढ़ी तो टेंपरेरी और केजुअल ने प्लांट में हंगामा किया, जिसके बाद डेढ़ दो हज़ार रुपये की वृद्धि की गई। इस मामले में मारुति आंदोलन के अगुवा रहे खुशीराम और जितेंद्र पर आज भी मुकदमा चल रहा है, जबकि वे प्लांट में काम भी नहीं करते।

अजमेर यादव कहते हैं कि “यूनियन का हर प्रयास होता है कि ठेका और टेंपरेरी वर्करों के हित में समझौते हों। हर साल कुछ टेंपरेरी और ठेका वर्करों को परमानेंट किया जाता है। पिछले साल करीब 25 ठेका वर्करों को परमानेंट किया गया। इस बार भी अभी बात चल रही है।”

उन्होंने कहा कि महामारी के कठिन दौर के बाद ये समझौता हुआ है। मैनेजमेंट अगले कुछ ही दिनों में ठेका वर्करों की सुविधाओं में बढ़ोत्तरी की घोषणा करेगी। उम्मीद है कि ये पहले से बेहतर ही होगा।

समझौते के मुख्य बिन्दु-
  • प्रमोशन पॉलिसी में बदलाव करते हुए इस पॉलिसी को 40 नंबर की बजाय 35 नंबर की किया गया है। इसके तहत एक ए ग्रेड और दो बी ग्रेड मिलने पर भी 3 वर्ष के अंदर उनका प्रमोशन हो जाएगा, साथ ही हर वर्ष विभाग के पास ग्रेड ए का लिमिट से बढ़ाकर 40 %कर दिया है।
  • पेट्रोल अलाउंस में ₹1000 की वृद्धि करते हुए इसे ₹3400से बढ़ाकर ₹4400 किया गया है।
  • B शिफ्ट एलाउंस में ₹20 और C शिफ्ट एलाउंस में ₹30 की वृद्धि हुई है।
  • SUTA नाम से मिलने वाली ₹2000 की सुविधा जोकि 7 वर्ष के लिए निर्धारित थी, उसे अगले 5 वर्ष के लिए और बढ़ाया गया है।
  • अगले 3 वर्ष के लिए दीपावली गिफ्ट को ₹12000 प्रति वर्ष के हिसाब से निर्धारित किया गया है
  • जरूरत के हिसाब से प्रतिवर्ष मिलने वाले एनुअल एडवांस एक लाख से बढ़ाकर 1.5 लाख रुपए हुआ है।
  • स्वयं की शादी, बहन की शादी, बेटे और बेटी की शादी में मिलने वाली शगुन राशि 5100 से बढ़ाकर ₹11000 हुआ है।
  • किसी के घर पर कन्या का जन्म होने पर 5100 रुपए दिए जाएंगे।
  • हर वर्ष नए मॉडल पर मिलने वाली राशि 1100 से बढ़ाकर ₹2100 हुआ है और साथ में ₹500 की टीशर्ट पहले की भांति मिलती रहेगी।
  • नर्सरी से लेकर 12वीं कक्षा तक के मेधावी छात्रों को पुरस्कृत करने वाली राशि में भी इजाफा हुआ है।
  • नई कार खरीदने पर मिलने वाले डिस्काउंट में ₹11000 सभी मॉडल्स पर वृद्धि हुई है।
  • प्रतिवर्ष मिलने वाले फैमिली पिकनिक कूपन को प्रति सदस्य ₹800 से बढ़ाकर ₹1000 हुआ है।
  • पर्सनल लोन पर मिलने वाले ₹4 लाख की सब्सिडी बढ़कर ₹6 लाख हुई है।
  • लोंग सर्विस अवॉर्ड में सभी वर्षों के सभी स्तरों में ₹10000 प्रति स्तर के हिसाब से वृद्धि के तहत 15 वर्ष पर मिलने वाले सिल्वर मोमेंटो की जगह 5 ग्राम सोने का सिक्का, सीनियर साथियों के लिए 35 वर्ष पूरे होने पर 400 ग्राम चांदी के मोमेंटो के साथ 45000 की राशि दी जाएगी।
  • रिटायरमेंट पर 200 ग्राम सिल्वर मोमेंटो से बढ़ाते हुए 300 ग्राम सिल्वर मोमेंटो के साथ ₹31000 की राशि दी जाएगी।
  • सभी को सेफ्टी शूज की बाध्यता की जगह एक समान स्पोर्ट्स शूज या सॉफ्ट शूज दिया जाएगा और जिस विभाग में कार्य अनुसार सेफ्टी शूज की जरूरत होगी उनको अतिरिक्त सेफ्टी शूज भी मिलेगा
  • चिकित्सा प्रणाली में भी सुधार, आश्रित माता पिता की वार्षिक आय की सीमा को 3.5 लाख से बढ़ाकर 4.2 लाख़ हुआ है।
  • ₹300000 से ऊपर माता पिता पर होने वाले मेडिकल खर्चे पर होने वाली 10% की कटौती की रेंज बढ़कर 4.5 लाख हुआ है।
  • किसी भी प्रकार की हॉस्पिटलाइजेशन के बाद 2 महीने की दवाई के बिल लगाने की सीमा बढ़कर 3 महीने हुई है।
  • आश्रित बेटे की उम्र सीमा 28 वर्ष से बढ़कर 30 वर्ष हुई है।
  • सालाना चेकअप : 30 से 35 वर्ष के साथियों का कंपनी से बाहर हेल्थ चेक अप नहीं होता था उसे 2 वर्ष में एक बार कंपनी से बाहर और एक बार कंपनी के अंदर टेस्ट के हिसाब से निर्धारित हुआ है।
  • आंखों के लेंस की राशि ₹8000 से बढ़कर ₹12000, पेसमेकर की राशि ₹2 लाख से बढ़कर 2.5 लाख रुपए, आईसीडी डिवाइस की कीमत 4.5 लाख से बढ़ाकर 5 लाख निर्धारित हुई है।
  • मेडिकल क्लेम के तहत किसी दुर्घटना की स्थिति में, जबड़ा फ्रैक्चर होने पर भी अब क्लेम मिलेगा।
  • IVF में शुरुआती निरीक्षण प्रक्रिया के क्लेम में सुधार के साथ उसमें प्रोसीजर का खर्चा भी शुरू हुआ है।

अन्य सुविधाओं में लाभ

  • रविवार, शट डाउन में कार्य करने पर मिलने वाले ₹450 में वृद्धि करते हुए 525 रुपए हुआ है, और अतिरिक्त कार्य करने पर मिलने वाली राशि ₹300 से बढ़ाकर 375 रूपए हुई है।
  • डेथ कंपनसेशन में मिलने वाली 20 लाख रुपए की राशि 35 लाख रुपए हुई है। 500 रुपए NPS में और डलवाए गए हैं।
  • मारुति सुजुकी मज़दूर संघ व तीनों प्लांट की यूनियनों ने दी बधाई।

मारुति गुरुग्राम, मारुति मनेसर व पॉवर ट्रेन मनेसर के यूनियन नेताओं ने कहा कि सामूहिक प्रयत्नों द्वारा एक बेहतरीन वेज समझौता सभी साथियों के समक्ष पेश किया गया है। यह समझौता आगे चलकर सभी के लिए एक अच्छा निर्णय साबित होगा। नेताओं ने कहा कि किसी भी प्रकार की मांग को प्रबंधन से ले पाना तभी संभव हो पाता है जब हम सब मिलकर बड़े ही संयम व सूझबूझ से अपनी एकजुटता का प्रमाण देते हैं।

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