दिल्ली में 9 साल की दलित लड़की से हैवानियत, पुजारी और 3 अन्य ने कराया ‘जबरन दाह संस्कार’

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दिल्ली में 9 साल की दलित बच्ची की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत पर पीड़िता के माता-पिता का आरोप है कि उनकी बच्ची के साथ बलात्कार किया गया और एक पुजारी ने यह झूठ बोलकर उसका जबरन अंतिम संस्कार करा दिया कि उसकी मौत बिजली का करंट लगने से हुई है।

बच्ची के माता-पिता ने कुछ और लोगों के साथ मिलकर मंगलवार को पुराना नांगल इलाके में घटनास्थल पर धरना दिया और दोषियों को मृत्युदंड दिए जाने की मांग की।

बच्ची की मां ने कहा, ‘घटना के वक्त मेरी बेटी श्मशान से पानी लेने गई थी। पुजारी ने मुझे क्षणभर के लिए उसका शव दिखाया… उसके होंठ नीले थे। पुजारी ने हमारी मर्जी के बगैर उसका अंतिम संस्कार कर दिया।’ महिला ने कहा कि पुजारी झूठ बोल रहे हैं कि बच्ची को करंट लगा था और आरोप लगाया कि पुजारी ने उसके साथ बलात्कार किया है।

उन्होंने कहा, ‘हमारे समुदाय के लोगों ने जलती चिता को बुझाया और मेरी बेटी की लाश के पांव पकड़कर उसे बाहर खींचा। हमें उसके लिए न्याय चाहिए और आरोपी को कड़ी सजा मिलनी चाहिए।’ बच्ची के पिता ने आरोप लगाया कि एक व्यक्ति ने उनकी पिटाई की और पुलिस में शिकायत करने को लेकर धमकाया।

बच्ची के पिता ने कहा, ‘घटना के वक्त मैं बाजार में था। मुझे इसके बारे में शाम करीब 7:30 पर पता चला, जब उसका शव जल रहा था। आसपास के इलाके के एक व्यक्ति ने मेरी पिटाई की और पुलिस में शिकायत नहीं करने को कहा। उसने मुझे 20,000 रुपये की भी पेशकश की, लेकिन मैंने इनकार कर दिया।’ बच्ची के पिता ने कहा, ‘मुझे संदेह है कि पुजारी ने उस व्यक्ति को घटना के बारे में बताया होगा। हमारी सिर्फ एक मांग है कि दोषी को फांसी दी जाए।’

पुलिस ने सोमवार को कहा था कि बच्ची की मां के बयान के आधार पर प्राथमिकी में बलात्कार की धारा जोड़ दी गई है और पुजारी सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को लोगों से अपील की कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और विभिन्न प्रावधानों के तहत कड़ी कानूनी कार्रवाई की गई है।

दक्षिण-पश्चिम जिले के पुलिस उपायुक्त ने मंगलवार को ट्वीट किया, ‘हम लोगों से अफवाहों पर भरोसा नहीं करने की अपील करते हैं। भारतीय दंड संहिता, एससी/एसटी कानून और पॉक्सो कानून के तहत कड़ी कानूनी कार्रवाई की गई है। एसीपी रैंक के अधिकारी मामले की जांच करेंगे। सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।’

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