अप्रैल में अम्बेडकर जयंती को लेकर हुआ था झगड़ा, जून में दलित युवक की कर दी हत्या, 12 गिरफ़्तार

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अम्बेडकर जंयती के दिन का विवाद, जून में आकर खूनी हो गया। राजस्थान के हनुमानगढ़ ज़िले के किंकरालिया गांव में 5 जून को एक दलित युवक की हत्या कर दी गई।

मामले में मंगलवार रात 12 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है और एसएसी एसटी एक्ट के तहत परिजनों को 8 लाख रुपये मुआवज़ा और एक परिजन को सरकारी नौकरी की घोषणा की गई है।

आरोप है कि विनोद मेघवाल की दबंग जाति के युवकों ने धारदार हथियार से हमला कर हत्या कर दी। हत्या करने से पहले कुछ दिनों से अपराधी लगातार विनोद को धमकियां दे रहे थे।

विनोद के साथियों ने बताया कि दबंग जाति को लोगों ने उसे धमकी दी थी, “तू बहुत अंबेडकर अंबेडकर करता है, तुझे जान से मार देंगे।”

बताया जाता है कि 14 अप्रैल को बाबा साहेब की जयंती पर विनोद बामनिया (मेघवाल ) ने पूरे गांव में पोस्टर लगाया था। कुछ दबंग जाति (जाट) के लोगों ने पोस्टर फाड़ दिया, इस पर विवाद बढ़ा।

विनोद ने इस मुद्दे पर गांव में पंचायत बुलवाई जहां आरोपियों को माफी मांगनी पड़ी। जयपुर में रहने वाले सामाजिक कार्यकर्ता सुरेश ने बताया कि ‘दबंग जाट लड़कों ने अंबेडकर के नाम पर माफी मांगने को अपमान समझा, दलित जाति के सामने गलती मानने को हार। इस पर विनोद को जान से मारने की धमकियां देना शुरू कर दिया।’

वो कहते हैं कि इसी भावना के चलते कुछ दबंगाों ने 5 जून को विनोद को घेर लिया, हथियारों से सर पर हमला किया और हत्या कर दी।

विनोद को जब जान से मारने की धमकियां दी जा रही थी तब विनोद ने कॉल रिकॉर्डिंग के साथ डिप्टी एसपी को दो अलग अलग बार FIR करवाई थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की।

सुरेश कहते हैं, “पुलिस प्रशासन द्वारा जातिगत प्रताड़ना जैसे गंभीर मामले में इस प्रकार की गैरजिम्मेदारी की वजह से अपराधियों को मौका और हत्या करने की जुर्रत बढ़ गई।”

विनोद की हत्या से इलाके की दलित आबादी और गांव के तमाम लोग रोष में हैं। दोषियों पर कार्यवाही करने की मांग को लेकर परिजन और गांव लोग अस्पताल के सामने धरने पर बैठ गए थे।

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